कोरबा- कलेक्टर अजीत वसंत ने आज समय सीमा की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने सुशासन तिहार अंतर्गत आयोजित किए जा रहे समाधान शिविर में विभाग के अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश देते हुए कहा कि शिविर दिवस में क्षेत्र के एसडीएम अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे।
उन्होंने सुशासन तिहार में प्राप्त पेंशन,वन अधिकार और राशनकार्ड के आवेदन पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण के निर्देश देते हुए सम्बंधित विभाग को एक फार्मेट तैयार करने के निर्देश देते हुए वन अधिकार पत्र के पात्र हितग्राहियों के नाम का प्रस्ताव ग्राम सभा में रखवाने के निर्देश दिए। उन्होंने राशनकार्ड, वन अधिकार पत्र,पेंशन के प्रकरणों की मॉनिटरिंग के निर्देश सीईओ जिला पंचायत को दिए। कलेक्टर ने समाधान शिविर से पूर्व सम्बंधित ग्राम पंचायतों के आवेदकों के आवेदन का गुणवत्तापूर्ण निराकरण के निर्देश दिए।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर अजीत वसंत ने लोक सेवा केंद्र अंतर्गत प्राप्त जाति, निवास,आमदनी सहित अन्य प्रमाणपत्रों के आवेदनों का समय-सीमा में जारी करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी आवेदन निरस्त न हो और वापसी न हो, इसके लिए कम्प्यूटर ऑपरेटर को निर्देशित करें कि वह आवश्यक दस्तावेज समय पर अपलोड करें।
उन्होंने एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया कि स्कूली विद्यार्थियों सहित आंगनबाड़ी केंद्र से इस सत्र में विद्यालय जाने वाले आरक्षित वर्ग के बच्चों का जाति प्रमाणपत्र 16 जून से पूर्व बन जाए। कलेक्टर ने विभागीय जाँच के प्रकरणों में हुई कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने भू-अर्जन के प्रकरणों में गजट नोटिफिकेशन के निर्देश पीडब्ल्यूडी के ईई को दिए। बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों और शिक्षकों के युक्ति युक्तकरण की कार्यवाही को पारदर्शिता के साथ शासन के निर्देशानुसार समय सीमा में करने के निर्देश डीईओ को दिए।
उन्होंने सीएसईबी चौक में यात्रियों की सुविधा हेतु प्रसाधन कक्ष बनाने के लिए नगर निगम को निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आयुष्मान कार्ड, व्यवन्दन कार्ड की समीक्षा करते हुए व्यवन्दन कार्ड में आधार अपडेटेशन के निर्देश दिए। उन्होंने आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा के लिए 102 और 108 जैसे वाहनों के संचालन के सम्बंध में सीएमएचओ को निर्देश दिए।
कलेक्टर ने आरबीसी 6-4 अंतर्गत मृत्यु दिनाँक से सात दिवस के भीतर प्रकरण दर्ज करने और पीड़ित को समय पर मुआवजा वितरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत दुकान का संचालन एक से अधिक समूह या लैम्पस द्वारा संचालित होने पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी एसडीएम से ली। उन्होंने पीडीएस संचालन के लिए आवेदन मंगाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बलसेन्धा से माली कछार सहित अन्य दूरस्थ ग्रामों में विद्युतीकरण के सम्बंध में विद्युत विभाग को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बाल सम्प्रेषण गृह के संचालन और पहुँच मार्ग के संबंध में नगर निगम को निर्देशित किया। बैठक में उन्होंने आटोमेटेड ट्रैक निर्माण के लिए आरटीओ, भैसमा तहसीलदार और हाऊसिंग बोर्ड को निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिले में नए आंगनबाड़ी भवन निर्माण हेतु अलग डिजाइन तैयार कराने के निर्देश दिए। बैठक में नर्सिंग भवन, लाइब्रेरी निर्माण, दूरस्थ क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था, सखी वन स्टॉप, अधिवक्ता भवन, अंत्यावसायी विभाग अंतर्गत ऋण प्राप्त कर राशि जमा नहीं करने वाले हितग्राहियों से राशि वसूली के संबंध में निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ दिनेश कुमार नाग,अपर कलेक्टर अनुपम तिवारी, मनोज कुमार बंजारे सहित सभी एसडीएम, अधिकारी उपस्थित थे।
नक्शा-बटांकन और त्रुटि सुधार के प्रकरणों को गंभीरता से करें
कलेक्टर अजीत वसंत ने राजस्व सम्बंधित लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी प्रकरणों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने नक्शा-बटांकन के लंबित कार्यों को दो माह के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि आगामी 15 दिवस के भीतर जिन हल्को में कार्य नहीं हो रहा होगा,उन हल्कों के पटवारियों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए। कलेक्टर में विवादित और मसाहती वाले प्रकरणों को छोड़कर अन्य क्षेत्रों के नक्शा बटांकन कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने त्रुटि सुधार के प्रकरणों में 15 दिवस के भीतर गंभीरता से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व विभाग की भी जिम्मेदारी बनती है कि राजस्व रिकार्ड त्रुटि रहित हो। उन्होंने 3 से 4 साल वाले पुराने राजस्व प्रकरणों को प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीमांकन सहित अन्य राजस्व प्रकरण के निराकरण में प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने लोक सेवा केंद्र अन्तर्गत प्रकरणों को समय सीमा में निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने हिट एंड रन, आरबीसी 6-4 के प्रकरणों में मृत्यु दिनाँक से 7 दिन में दर्ज कर समय पर दर्ज कर गंभीरता से जाँच कर पीड़ित को समय पर मुआवजा लाभान्वित करने के निर्देश दिए, इसके साथ ही उन्होंने विलम्ब से प्रकरण दर्ज करने पर शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए । उन्होंने विलम्ब से प्रतिवेदन प्रस्तुत करने पर संबंधित पटवारी के विरुद्ध भी कार्यवाही के निर्देश दिए।
एमएमयू में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करें
कलेक्टर ने नगरीय निकाय और नगर पंचायत क्षेत्र में संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट के संचालन और प्रदान की जा रही सेवा की समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू)में डॉक्टर सहित सभी स्टॉफ की उपस्थिति और सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए स्लम क्षेत्रों में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने वर्तमान संख्या के औसत में 20-20 की संख्या में वृद्धि के निर्देश देते हुए सभी एमएमयू में कम से कम 90 मरीजो को सेवा प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि कुल 10 एमएमयू का संचालन नगरीय निकाय कोरबा में, एक नगर पंचायत पाली-छुरी और एक बांकीमोंगरा और दीपका क्षेत्र में संचालित हो रही है। एक एमएमयू दाई दीदी क्लीनिक के रूप में संचालित हो रही है। जिसमें सभी महिला स्टाफ है।
कलेक्टर ने नगरीय निकाय क्षेत्र अन्तर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) योजनान्तर्गत प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मोर जमीन – मोर मकान, भागीदारी में किफायती आवास निर्माण (एएचपी) घटक अन्तर्गत आबंटन एवं व्यवस्थापन के संबंध में चर्चा करते हुए नगर निगम को निर्देशित किया कि इन आवासों के लिए लोगों को जागरूक करते हुए परिसर में बुनियादी सेवाएं उपलब्ध कराने और आकर्षक बनाने के निर्देश भी दिए।