उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लग रहे महाकुंभ को लेकर अब यूपी रोडवेज ने अपनी तैयारी चौकस कर ली है. राज्य के लगभग सभी डिपो से महाकुंभ जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है.
इसी के साथ प्रावधान किया गया है कि किसी भी गांव या मुहल्ले से यदि 50 लोग एक साथ कुंभ जाने का प्लान कर रहे हैं तो उनमें दो लोगों की यात्रा मुफ्त होगी. इसी के साथ इन 50 यात्रियों में किसी एक को मुखिया बनाया जाएगा और मुखिया के ही निर्देश पर बस यात्रियों को मुहल्ले या गांव से पिक करेगी और से कुंभ में निर्धारित स्थान पर ड्रॉप करेगी.
वापसी के समय मुखिया के कहने पर रोडवेज भरसक उसी बस में या फिर आवश्यकता के मुताबिक दूसरी बस से घर पहुंचाने की भी व्यवस्था करेगा. यूपी रोडवेज के अधिकारियों के मुताबिक मेला क्षेत्र में परिवहन विभाग के अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है.
इसके लिए झूंसी के सरस्वती गेट पर परिवहन विभाग का कार्यालय बनाया गया है. यहां से यूपी रोडवेज से संबंधित सभी तरह की जानकारी यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएगी. समूचे राज्य या किसी अन्य प्रदेश से आने वाली बसें भी यहीं रुकेंगी और यहीं से यात्रियों को वापसी की भी सुविधा होगी.
रोडवेज ने महाकुंभ के लिए चलने वाली बसों में सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए हैं. खासतौर पर कोशिश की गई है कि किसी भी बस में ड्राइवर शराबी ना हो. वाराणसी मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पाण्डेय के मुताबिक कुम्भ को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए इस बार ब्रेथ एनेलाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा. गाड़ी के चलने से पहले ड्राइवर का ब्रेथ एनलाइजर कराया जाएगा. बीच रास्ते में भी जगह जगह पर ड्राइवर को इस जांच से गुजरना होगा. उन्होंने बताया कि बसों में म्यूजिक प्लेयर लगाए गए हैं. इसमें धार्मिक संगीत बजाया जाएगा.
बनारस मंडल से महाकुंभ के लिए 721 बसों का संचालन किया जाएगा. इसमें से कुल 320 बसें अलग अलग रूटों पर कुम्भ में चलेंगी. इन बसों का संचालन बनारस, जौनपुर, सोनभद्र, भदोही, चंदौली और गाज़ीपुर जिले के डिपो के अलावा अन्य कस्बों से चलाई जाएंगी.
अधिकारियों के मुताबिक अकेले बनारस से ही 60 नई बसें शटल करेंगी. इन बसों को प्रयागराज में शाही और महत्वपूर्ण स्नान से एक दिन पहले से लेकर स्नान के अगले दिन तक चलाया जाएगा. ये सभी बसें बीएस 6 मॉडल की हैं और एंवायरमेंटल फ्रेंडली भी हैं.
महाकुंभ के लिए बसों का रूट
बादशाहपुर झूंसी | 30 बसें |
मछलीशहर – झूंसी | 30 बसें |
वाराणसी -झूंसी | 150 बसें |
चकिया -झूंसी | 10 बसें |
सैयदराजा -झूंसी | 18 बसें |
चंदौली – झूंसी | 20 बसें |
जमनिया – झूंसी | 20 बसें |
सुजानगंज -झूंसी | 40 बसें |
बदलापुर -झूंसी | 51बसें |
ठेकमा -झूंसी | 10 बसें |
जौनपुर -मिर्जापुर -अरेल | 25 बसें |
धकवा -झूंसी | 16 बसें |
इन बसों से भी मिलेगी महाकुंभ में सेवा
401 बसें मुरादाबाद, आगरा और इटावा से वाराणसी मंडल में आएंगी और भदोही -बनारस -गाज़ीपुर -सोनभद्र और जौनपुर से चलेंगी. इनमें भदोही से 28 बसें, बनारस से 50 बसें, गाज़ीपुर से 60 बसें, सोनभद्र से 60 बसें, ठेकमा से 60 बसें कोटा -मिर्ज़ापुर से 75 बसें चलाई जाएंगी. इसी प्रकार 50 गाड़ियों को रिज़र्व में रखा जाएगा और आवश्यकता के मुताबिक इमरजेंसी में इनका इस्तेमाल होगा.
रोडवेज ने कहा है कि इतनी सुविधाओं के बावजूद किराए में बढोत्तरी नहीं होगी. अधिकारियों के मुताबिक वाराणसी कैंट बस स्टेशन परिसर में महाकुंभ की जानकारी के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया है. इसके अलावा यात्री मोबाइल नंबर 8726005897 पर फोन करके भी महाकुंभ से संबंधित जानकारी ले सकते हैं.