राजनांदगांव– जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहड़ वार्ड नं. 49 में रेत माफियाओं की गुंडागर्दी का एक खौफनाक चेहरा सामने आया है। अवैध रेत उत्खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर माफियाओं ने गोली चला दी, जिससे दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, वहीं प्रशासनिक लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।
रेत चोरी का विरोध कर रहे थे ग्रामीण
बुधवार देर शाम कुछ रेत तस्कर चोरी-छिपे खदान से रेत निकाल रहे थे। जब इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली तो वे मौके पर पहुंचकर विरोध करने लगे। इसी दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि तस्करों ने युवक रोशन मंडावी पर गोली चला दी। साथ ही अन्य ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की गई, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, चक्काजाम और विरोध प्रदर्शन
घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। गुस्साए लोगों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया और दो तस्करों को पकड़कर पुलिस के हवाले करने से इनकार कर दिया। घंटों मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को बसंतपुर थाना पहुंचाया। वहीं घायलों का इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिला अस्पताल में चल रहा है।
जनप्रतिनिधियों पर भी उंगली
मोहड़ वार्ड पार्षद संजय निर्मलकर पर ग्रामीणों ने तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि सत्ता पक्ष के सहयोग और संरक्षण के बिना इतने बड़े स्तर पर रेत तस्करी संभव नहीं है। साथ ही सोमनी क्षेत्र में सक्रिय तस्करों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है।
मध्यप्रदेश कनेक्शन और सुरक्षा बढ़ाई गई
सूत्रों के अनुसार, गोली चलाने वाले तस्करों के संपर्क मध्यप्रदेश से जुड़े हो सकते हैं। मौजूदा तनाव को देखते हुए मोहड़ में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। एएसपी राहुल देव शर्मा ने बताया, “गांव में स्थिति तनावपूर्ण है। पुलिस बल मौके पर मौजूद है। घटना की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
यह घटना न सिर्फ रेत माफिया की बेलगाम ताकत को उजागर करती है, बल्कि स्थानीय प्रशासन और नेताओं की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। अब देखना होगा कि सरकार और पुलिस इस पर कितनी प्रभावी कार्रवाई करती है।