दुर्ग- जिले के सुपेला थाना क्षेत्र में गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर एक बड़ा वित्तीय घोटाला सामने आया है। मंजू सोनी, निवासी कृष्णा नगर, सुपेला, ने स्वयं को मार्केटिंग एजेंट बताते हुए कई गरीब महिलाओं को सरकार की समूह लोन योजना का झांसा देकर उनके नाम पर विभिन्न स्मॉल फाइनेंस बैंकों से करीब 20 लाख रुपये का लोन पास करवाकर भारी पैमाने पर धोखाधड़ी की। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता माया सोनी ने थाना सुपेला में विस्तृत रिपोर्ट दर्ज करवाई।
घटनाक्रम की पूरी जानकारी प्राप्त शिकायत के अनुसार,
आरोपी मंजू सोनी, जो कृष्णा नगर में निवास करती है, महिलाओं को छोटे व्यवसाय, गृह उद्योग और आत्मनिर्भरता के नाम पर लोन दिलवाने का भरोसा देती थी। वह उन्हें ग्राम शक्ति बैंक, बंधन बैंक, सुर्योदय बैंक, आशीर्वाद बैंक, ईशाख बैंक, सुभ्रा बैंक और सत्सा बैंक जैसी फाइनेंस कंपनियों के माध्यम से लोन दिलाने का प्रलोभन देती थी।
इन बैंकों के माध्यम से समूह बनाकर हर महिला के नाम से अलग-अलग लोन पास करवाया जाता था। लोन की राशि महिलाओं के खुद के बैंक खातों में आती थी, लेकिन मंजू सोनी उन्हें समझाकर और अन्य लालच देकर उनके खाते से 80% राशि नगद में निकलवाकर अपने पास रख लेती थी। शुरुआत में कुछ किस्तें स्वयं भरकर महिलाओं का विश्वास जीतती थी, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे भुगतान बंद कर देती थी। इस तरह वह नई महिलाओं का समूह बनाकर लगातार इस चक्र को दोहराती रही।
❖ 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज
इस धोखाधड़ी का शिकार हुई महिलाओं ने जब बैंक से नोटिस मिलने पर किस्त भुगतान में असमर्थता जताई, तब जाकर पूरा मामला सामने आया। थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 603/2025, धारा 318(4) BNS के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी मंजू सोनी को गिरफ्तार कर लिया है।
❖ आरोपी फरार होने की थी तैयारी में पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मंजू सोनी द्वारा लोन की रकम से एक स्कूटी (CG CH 8547) खरीदी गई थी और उसने अपने घर को बेचने की सौदेबाजी कर अन्य संपत्ति खरीदने की योजना बनाई थी। इसके बाद वह फरार होने की फिराक में थी, लेकिन समय रहते पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
❖ पुलिस टीम की कुशल रणनीति इस मामले की विवेचना में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक विजय यादव, उनि मनीष वाजपेयी, सउनि पुरण साहू, प्र. आरक्षक शुबोध पांडे, महिला आरक्षक छमा बांधव, और आरक्षक सूर्यप्रताप और दुगेश सिंह की विशेष भूमिका रही। इन सभी की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई से यह बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हो पाया।
❖ आरोपी का नाम व पता- नाम: मंजू सोनी, पता: कृष्णा नगर, सुपेला, थाना सुपेला, जिला दुर्ग (छ.ग.)
❖ महिलाओं की मेहनत की कमाई से हुआ खिलवाड़ यह घोटाला न केवल एक आपराधिक कृत्य है, बल्कि समाज के उस वर्ग के साथ धोखा है जो आत्मनिर्भर बनने का सपना देख रहा था। महिलाएं, जिनके नाम पर लोन पास करवा कर रकम हड़पी गई, अब बैंक किस्त चुकाने में असमर्थ हैं और मानसिक रूप से परेशान हैं।
❖ पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस प्रकार के प्रलोभन और योजनाओं से जुड़ने से पहले संबंधित संस्थाओं की जांच-पड़ताल अवश्य करें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। यह घटना सभी के लिए एक चेतावनी है कि ठगी के नए-नए तरीकों से सावधान रहना आवश्यक है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर दिखा दिया है कि फर्जीवाड़ा करने वाले अब समाजसेवा और सशक्तिकरण जैसे संवेदनशील विषयों को भी अपने हित के लिए इस्तेमाल करने से नहीं चूकते। पुलिस की तत्परता से यह बड़ा घोटाला जरूर रुक गया, लेकिन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाना अब सबसे बड़ी प्राथमिकता है।