‘अब कुछ होने वाला है…!’ इस हॉरर फिल्म को देखने के बाद आपका दिल भी यही कहेगा

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हॉरर फिल्में देखना हर किसी को पसंद होता होता है. हम माने या ना माने लेकिन हॉरर फिल्में देखने में चाहे जितना भी डर लगे, मजा भी उतना ही आता है. हॉलीवुड में कई बढ़िया हॉरर फिल्म्स बनी हैं. इन फिल्मों में शानदार कहानी और बढ़िया एक्टिंग के साथ अच्छे स्केरी मोमेंट्स भी होते हैं जो फिल्म देखने का एक्सपीरियंस और भी मजेदार बना देते हैं.

वैसे तो हॉरर फिल्मों के कई जॉनर होते हैं जैसे साइकोलॉजिकल हॉरर, बॉडी हॉरर, हॉरर कॉमेडी, लेकिन एक ऐसा जॉनर भी है जिसे देखना सबके बस की बात नहीं है. और इसका नाम है फाउंड फुटेज हॉरर. यानी ऐसी हॉरर फिल्मों जो किसी फुटेज जैसी होती है. ये हॉरर फिल्म कमजोर दिल वालों के लिए नहीं होती. आज हम आपके लिए एक ऐसी ही फिल्म लेकर आएं हैं, जिसे देखना इतना आसान नहीं है, और अगर आप जरा नाजुक दिल के हैं तो इस फिल्म से दूरी ही बना लें.

फाउंड फुटेज हॉरर जॉनर की शानदार फिल्म

हम बात कर रहे हैं साल 2007 में आई फिल्म ‘पैरानॉर्मल एक्टिविटी’ (Paranormal activity) की. ये एक फाउंड फुटेज हॉरर जॉनर की फिल्म है. ये फिल्म एक सीरीज का हिस्सा का है जिसमें 6 और फिल्में हैं जो इसी जॉनर की हैं. फाउंड फुटेज एक काफी अनोखा तरीका है किसी हॉरर फिल्म के लिहाज से क्योंकि इस फिल्म के दौरान हर सेकेंड आपको लगता रहेगा कि कुछ चल रहा है और कुछ होने वाला है. ये फिल्म भी आपको देखने पर कुछ ऐसी ही फील करवाती है. फिल्म को लिखा और डायरेक्ट किया था ओरन पेली ने.

इस फिल्म की खासियत है इसका रॉ कॉन्टेंट. फिल्म को जिस तरीके से डायरेक्ट किया गया है वो देखने से ऐसा लगता है जैसे वाकई किसी घर की कहानी हो और हम किसी सीसीटीवी फुटेज को देख रहे हों. IMDB Trivia के मुताबिक, फिल्म में किसी भी किरदार को कोई स्कृप्ट नहीं दी गई थी. बस डायरेक्शन दिए गए थे कि किस तरह से उन्हें सीन पर रियेक्ट करना है. खास बात ये भी है कि फिल्म को महज 10 दिनों में कम्पलीट कर लिया गया था. फिल्म इतनी डरावनी है कि इसे देखने के लिए मशहूर निर्देशक स्टीवन स्पिलबर्ग ने दिन का टाइम चुना था ताकी उन्हें डर जरा कम लगे.

2007 में रिलीज हुई थी ये फिल्म

इस फिल्म का पहला पार्ट साल 2007 में रिलीज हुआ था. इसके बाद फिल्म के 6 पार्ट और रिलीज हुए जिन्हें साल 2010, 11, 12, 14, 15 और 2021 में रिलीज किया गया था. दिलचस्प बात ये है कि सभी पार्ट्स में अलग-अलग कहानी दिखाई गई है, और हर पार्ट उतना ही डरावना है. इस फिल्म को जिस घर में शूट किया गया था वो निर्देशक ओरन पेली का घर ही था. बात करें कहानी की तो फिल्म की कहानी एक परिवार की है जो हर हॉरर फिल्म की तरह एक घर में शिफ्ट होता है.

जो बात इस फिल्म को अलग बनाती है वो है कि इस फिल्म में किसी भी डरावने भूत को दिखाया नहीं गया. ना ही कोई साउंड डाला गया है, बल्कि सिर्फ और सिर्फ सडन कैमरा एक्शंस और बेहतरीन जंप सकेयर्स को यूज करके पब्लिक को डराया गया है. फिल्म में डायरेक्टर ने इस बात का फायदा उठाया है जो हम आम जीवन में देखके हैं, कि जब भी हम किसी खतरमाक चीज या वीडियो को देखते हैं जैसे कि किसी का एक्सिडेंट या फिर कोई भी सीसीटीवी फुटेज तो हमारे दिल में एक तरह की घबराहट होती है. इस फिल्म को देखते हुए भी आपको कुछ ऐसा ही फील होगा.

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