बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई

12

बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई

यूपी- महाकुम्भ के आखिरी अमृत स्नान पर्व वसंत पंचमी पर संगम किनारे विहंगम दृश्‍य नज़र आ रहा है। रथ पर सवार हो अस्‍त्र-शस्‍त्र, ध्‍वजा, ढोल-नगाड़े, डमरू आदि लेकर अमृत स्‍नान (शाही स्‍नान) के लिए शोभा यात्राएं निकल रही हैं। अखाड़ों के अध्‍यक्ष, मण्‍डलेश्‍वरों, महामण्‍डलेश्‍वरों, महंतों और अन्‍य पदाधिकारियों के रथ, हाथी, घोड़ों के साथ जुलूस आगे बढ़ रहे हैं। धुनी रमाए नागा साधुओं के जत्‍थे लोगों का ध्‍यान खींच रहे हैं।

शाही स्‍नान सुबह चार बजे शुरू होना था लेकिन आधे घंटे पहले यानी साढ़े तीन बजे से ही यह शुरू हो गया। सबसे पहले नागा साधु फिर अखाड़ों ने त्रिवेणी में पवित्र डुबकी लगाई। एक-एक अखाड़ों का शाही जारी है। आज बसंत पंचमी पर महाकुंभ में अमृत स्‍नान के लिए बड़ी संख्‍या में आम श्रद्धालु भी पहुंचे हैं। साधु संन्‍यासियों और श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्‍टर से पुष्‍प वर्षा भी की जा रही है।

सबसे पहले पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ों के साधु-संतों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। अखोड़ का जुलूस अपने कैंप से अमृत स्‍नान के लिए निकला। रास्‍ते में जगह-जगह साधुओं को माला पहनाकर उनका स्‍वागत किया गया।

इसके बाद निरंजनी अखाड़े का जुलूस निकला। आध्यात्मिक गुरु स्वामी कैलाशानंद गिरि अमृत स्नान के लिए जुलूस का नेतृत्व कर रहे हैं। निरंजनी अखाड़े के बाद जूना अखाड़े का शाही स्‍नान होगा। अखाड़ों के शाही स्‍नान का क्रम तय किया है और उन्‍हें अलग-अलग समय दिया गया है।

Join Whatsapp Group