शासन के निर्देशानुसार प्रदेश में शिशु संरक्षण माह का आयोजन 19 जुलाई से 23 अगस्त 2024 तक किया जाएगा। विगत दिनों कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने समय-सीमा की बैठक में स्वास्थ्य व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को शिशु संरक्षण माह बहुत ही जिम्मेदारी पूर्वक करने के निर्देश दिए हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित रुप से बच्चों को पोषण आहार, गरम भोजन देने के निर्देश दिए हैं। बता दें प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा स्वास्थ्य केन्द्रों पर शिशुओं को निर्धारित सेवायें दी जाएगी।
अभियान का उद्देश्य बच्चों में होने वाले आंख से संबंधित रोग मोतियाबिन्द, रतौंधी, बिटॉट स्पॉट एवं खून की कमी को दूर करना है। अभियान के दौरान शिशु स्वास्थ्य संवर्धन से संबंधित कार्यक्रम एवं गतिविधियां विटामिन ए सिरप 9 माह से 5 वर्ष के बच्चों को 6 माह के अंतराल में पिलाया जाता है। साथ ही आयरन फोलिक एसिड सिरप भी दिया जाता है।
बच्चों में पोषण के स्तर की जांच के लिए वजन लेकर पोषण आहार के विषय में पालक को जानकारी और अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों भर्ती किया जाना एवं गर्भवती माताओं की जांच करते हुए स्तनपान एवं पोषण आहार के विषय पर चर्चा किया जाना शामिल है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. सेंगर ने बताया कि जिले में विटामिन ए एवं आयरन फोलिक एसिड सिरप सोनहत ब्लाक के 6 माह से 5 वर्ष तक के 5 हजार 361 व बैकुंठपुर ब्लॉक के 13 हजार 926 व बचरा पोड़ी के 5 हजार 145 इस तरह 24 हजार 432 बच्चों को सीरप पिलाया व टीकाकरण लगाया जाएगा।
इन्हे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों के सहयोग से प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को सेवायें प्रदाय किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पालकों से आग्रह किया है कि निर्धारित तिथि एवं समय पर अपने बच्चों को विटामिन ए एवं आयरन फोलिक एसिड सिरप अवश्य पिलाये। उन्होंने जनप्रतिनिधि एवं जनसामान्य को अपील करते हुए कहा है कि शिशु संरक्षण माह के दौरान पांच साल तक के बच्चों को अपने निकटतम शिशु संरक्षण बूथ तक ले जाने हेतु प्रेरित करें।