विधानसभा मानसून सत्र के दौरान बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सदन में बताया कि विभाग में 10 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इनमें 1079 डॉक्टर, 8084 स्टाफ नर्स और भृत के साथ 232 प्रोफेसर आदि पद शामिल हैं। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी स्वीकार करते हुए मंत्री ने पूरे सदन से अपील की कि कहीं भी कोई डॉक्टर यदि सेवा देने को तैयार है तो सरकार 24 घंटे के अंदर उन्हें नियुक्ति दे दी।
इसके साथ ही मंत्री जायसवाल ने बैकुंठपुर जिला अस्पताल में सिविल सर्जन की नियुक्ति 15 दिन में कर देने का अश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने इसी समय अवधि में 2 से 3 विशेषज्ञ चिकित्सक और मेडिकल आफिसर सभी पदों पर नियुक्ति कर देने का भरोसा दिलाया। यह मामला प्रश्नकाल के दौरान हुआ। भईया लाल राजवाड़े के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने बताया कि बैकुंठपुर जिला अस्पातल में 188 पद स्वीकृत हैं। इनमें 111 लोग कार्यरत हैं। इस सवाल के दौरान कई विधायकों ने उनके क्षेत्र में डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया।
इस दौरान दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव ने दुर्ग जिला अस्पताल में डिलवरी के मामलों में टंका खुलने का मुद्दा उठाया। मंत्री ने बताया कि दुर्ग जिला अस्पताल में बीते 2 वर्ष 6214 सर्जरी हुई। 16 का टांका खुलने की शिकायत मिली है। 6 महीने से किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। इस पर यादव ने कहा कि 15 दिन पहले ही मैंने एक मरीज को वापस भर्ती कराया हूं। लापरवाही हो रही है।