मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही जांच

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रफता, विमलता सहित आसपास के गावों में स्वास्थ्य अमला है सक्रिय

डायरिया व बुखार होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर कराएं उपचार

कलेक्टर ने उल्टी दस्त, मलेरिया से संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के दिए निर्देश

बारिश के मौसम में मलेरिया, उल्टी-दस्त फैलने की संभावनाओं के बीच इसके रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम मुस्तैद है। चिकित्सक सहित मितानीन द्वारा ग्रामीणों के घर-घर जाकर बुखार पीड़ितों का ब्लड सैंपल लेने के साथ ही उन्हें दवाइयां दी जा रही है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूरस्थ ग्राम विमलता, रफता सहित आसपास के इलाकों में शिविर लगाया। टीम द्वारा घर-घर जाकर ग्रामीणों को बीमारी से बचने आवश्यक उपाय करने की समझाइश दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौसमी बीमारी के रोकथाम हेतु युद्धस्तर पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही पूर्ण करने हेतु सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजनों से जिले के किसी भी क्षेत्र में बुखार, मलेरिया या उल्टी-दस्त के संक्रमण की शिकायत होने पर तत्काल मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी को सूचना प्रदान करने का आग्रह किया गया है। कोरबा विकासखण्ड अंतर्गत दूरस्थ ग्रामों में 14 जून से लगातार टीम सक्रियता से कार्य कर रही है। 18 जुलाई को ग्राम रफता, विमलता में ग्रामीण चिकित्सा सहायक एल आर गौतम, सुपरवाइजर के.जी. गोस्वामी, आरएचओ महिला वर्कर उप स्वास्थ्य केंद्र नकिया श्रीमती उदय कांति एक्का, श्री उदयभान, नरोत्तम सिंह, श्री राम कंवर, भास्कर साहू, मितानीन रूकमणी, रेश्मा द्वारा ग्रामीणों के घर पहुंचकर सैंपल लिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें दवाइयां भी दी जा रही है। मौके पर आरएमए श्री गौतम ने बताया कि मौसम के साथ ही कुछ घरों में बीमारी का प्रभाव है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका उपचार कर रही है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। घर-घर जाकर आरडी किट, स्लाइड लेकर जांच की जा रही है। ग्रामीणों को मलेरिया से बचाव के लिए उपाय बताए जा रहे हैं। जिले के प्रत्येक स्तर के स्वास्थ्य केन्द्रों तथा मैदानी क्षेत्र में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन व डिपोहोल्डर्स के पास जीवनरक्षक दवाईयों की उपलब्धता तथा सतत औषधियों की प्रतिपूर्ति व्यवस्था की कार्यवाही की गई है। साथ ही स्वास्थ्य अमलों द्वारा शिविर लगाकर उपचार किया जा रहा है। साथ ही मौसमी बीमारियों/महामारी के नियंत्रण हेतु जिला स्तर एवं विकासखण्ड स्तर पर काम्बेट टीम का गठन किया गया है तथा उन्हें क्षेत्रों में सतत् भ्रमण कर निगरानी बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। टीम द्वारा सूचना प्राप्त होते ही प्रभावित क्षेत्र में तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

कलेक्टर श्री वसंत ने जिले की जनता से अपील की है कि उल्टी-दस्त, मलेरिया से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें, जिससे महामारी जैसी बीमारियों पर नियंत्रण की कार्यवाही की जा सके एवं जिले में असामयिक मृत्यु पर रोक लगाई जा सके। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मौसमी बिमारियों की सतत् जानकारी लेते हुए समुचित प्रतिबंधात्मक कार्यवाही तथा उल्टी दस्त मलेरिया से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही न बरतने के कड़े निर्देश दिए हैं।

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