गुमशुदा हुई नाबालिग लड़की, 10 साल से बाद यूपी से पति के साथ बरामद

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कबीरधाम पुलिस ने 10 साल पहले गुमशुदा हुई एक नाबालिग लड़की को यूपी के उन्नाव जिले से खोज निकाला है। लेकिन, जब पुलिस ने लड़की को बरामद किया तो आज 2024 में वह बालिग हो चुकी है। इतना ही नहीं लड़की की शादी हो चुकी है। पूरा मामला कबीरधाम जिले के पांडातराई थाना क्षेत्र का है।

एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि गणेश केवट निवासी ग्राम अचानकपुर ने चार जनवरी 2015 को अपनी नाबालिक लड़की की गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला 10 साल पुराना था। इसकी फाइल थाना में धूल खा रही थी।

एसपी के निर्देश पर पुराने पेंडिंग मामले का निपटारा किया जा रहा है। इस मामले की जांच शुरू हुई। केश डायरी अवलोकन करने पर आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड नंबर को सीएससी सेंटर में सर्च कराया गया। तब आधार नंबर से ग्राम मवई घनश्याम बांगरमऊ जिला उन्नाव उत्तर प्रदेश के पते पर किसी दूसरी महिला के नाम पर राशन कार्ड बना होना पाया गया।

उसी आधार नंबर में गुमशुदा नाबालिक का नाम दर्ज होना पाया गया। इसके बाद पांडातराई थाना की पुलिस उन्नाव के लिए रवाना हुई। टीम के द्वारा आधार लिंक के बताए स्थान पर जाकर तस्दीक जांच कर उर्मिला यादव नाम की महिला को पांडातराई थाना अपहृता के रूप में पहचान कर सकुशल बरामद किया गया।

बरामद के बाद उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया। पूछताछ में अपहृता ने बताया कि 10 साल पहले वह यूपी के कानपुर रेल्वे स्टेशन में अपनी चाची से बिछड़ गई थी। अनजान जगह में रोते बिलखते इधर-उधर भटकते हुए रोजी मजदूरी करते गुजारा कर रही थी। बाद में ग्राम बांगरमऊ जिला उन्नाव पहुंच गई। बांगरमऊ के आस-पास ईंट-भट्ठा में मजदूरी कर जीवन यापन करते रही।

उसी दौरान ईंट भट्ठा में काम करने वाले लड़के छंग्गा राम यादव से मुलाकात हुई। एक साथ काम करने के कारण एक दूसरे को पसंद करने लगे। 2021 में छंग्गा राम यादव के साथ सामाजिक रीति रिवाज से विवाह करना बताया।

छंग्गा राम यादव के पूरे परिवार समेत ग्राम मवई घनश्याम थाना बेहटा मुजावर जिला उन्नाव उत्तर प्रदेश में रहकर जीवन यापन करता है। अब दोनों परिवार आपस में मिल गए हैं। 10 साल बाद लड़की को देखकर उसके परिवार के लोगों ने खुशी जाहिर की। साथ ही पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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