कम बारिश के चलते लगातार छत्तीसगढ़ में लगातार पिछड़ रही बारिश की भरपाई इस सप्ताह के पांच दिनों ने कर दी है। 23 से लेकर 27 जुलाई तक पांच दिनों में ही प्रदेश में 136.5 मिमी वर्षा हुई, इसके चलते प्रदेश में अब सामान्य से चार प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है। इस प्रकार पांच दिनों की बारिश के चलते ही जुलाई माह में बीते दस वर्षों का रिकार्ड टूट गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में मानसून अभी भी सक्रिय है और रविवार को मध्य छत्तीसगढ़ में रायपुर जिला, दुर्ग जिला, महासमुंद जिला सहित कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि इसके बाद सोमवार को बारिश की गतिविधि थोड़ी कम रह सकती है, लेकिन उसके बाद दो दिन प्रदेश में फिर से बारी बारिश की संभावना बन रही है।
लगातार हो रही बारिश के चलते इन दिनों अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। शनिवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री रहा,जो सामान्य से 2.7 डिग्री कम रहा। दुर्ग का अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.7 डिग्री कम रहा।
भैरमगढ़ में हुई सर्वाधिक बारिश
शनिवार को बीजापुर जिले के भैरमगढ़ स्टेशन में सर्वाधिक 24 सेमी बारिश हुई। इसके साथ ही सिमगा-कुटरु में 14 सेमी, पथरिया 10 सेमी, सुहेला 9 सेमी, पखांजुर-बलौदा-गीदम 8 सेमी, सुकमा-पलारी-बलौदाबाजार-भोपालपट्टनम 7 सेमी वर्षा हुई। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई।
यह बन रहा सिस्टम
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उससे लगे उत्तर ओडिशा के ऊपर स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक फैला है।
मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, सीकर, ग्वालियर और उसके बाद पूर्व की ओर उत्तर बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किमी ऊंचाई तक फैला है। इसके प्रभाव से रविवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होगी। भारी वर्षा का क्षेत्र मध्य छत्तीसगढ़ रहेगा।