भारतीय रेल द्वारा अत्याधुनिक तकनीक से युक्त अमृत भारत सेवाएं शुरू की गई हैं जो झटकों से मुक्त यात्रा के लिए सेमी-परमानेंट कपलर, हॉरिज़ोंटल रूप से स्लाइड होती खिड़कियों, फोल्डेबल भोजन टेबल और बोतल होल्डर, मोबाइल होल्डर जैसी उन्नत सुविधाओं से लैस हैं।
वर्तमान में भारतीय रेल के नेटवर्क में 4 अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाएं-यानी 15557/58 दरभंगा-आनंद विहार (टी) एक्सप्रेस और 13433/13434 मालदा टाउन-एसएमवीटी बेंगलुरु एक्सप्रेस संचालित की जा रही हैं। इसके अलावा, अमृत भारत सेवाओं सहित ट्रेन सेवाओं का आरंभ भारतीय रेल में एक निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा है जो यात्रियों की संख्या, परिचालन व्यवहार्यता, संसाधनों की उपलब्धता के अधीन है।
मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की संरचना के बारे में मौजूदा नीति में 22 कोचों की एक ट्रेन में 12 सामान्य और स्लीपर श्रेणी के गैर-एसी कोच और 08 एसी-कोच प्रदान हैं, जिससे सामान्य और गैर-एसी स्लीपर कोच का उपयोग करने वाले यात्रियों को अधिक सुविधा प्रदान होती है। वर्तमान में ट्रेन सेवाओं को चलाने के लिए उपयोग किए जा रहे कुल कोचों में से दो-तिहाई गैर-एसी हैं, और एक-तिहाई एसी वेरिएंट हैं। बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल ने सामान्य श्रेणी और स्लीपर श्रेणी के कोचों सहित 10,000 गैर-एसी कोच बनाने की योजना बनाई है।
ये उत्पन्न परिवहन क्षमता विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जिसमें मार्ग, सेवा की आवृत्ति आदि शामिल हैं।ये जानकारी रेल, सूचना, प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।