अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में 50 हजार कावड़ियों-श्रद्धालुओं ने भंडारा में प्रसादी ग्रहण किया

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पवित्र सावन माह के आखिरी सोमवार के अवसर पर शिवालयों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही। हर हर महादेव, बोल बम, ऊं नमः शिवाय के जयघोष से पूरा मध्यप्रदेश के अमरकंटक से कबीरधाम जिला के भोरमदेव में गूंजता रहा। पूरे सावन माह में भक्ति गीतों की धुन पर भगवा परिधान में थिरकते कावंरियों की जत्था और बोलबम जयघोष से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया।

सावन माह के अंतिम सोमवार सुबह से ही शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी। गांव से लेकर शहर तक जिले में श्रद्धा एवं आस्था का सैलाब शिवालयों में जलाभिषेक को उमड़ता रहा। इस दौरान भोरमदेव, डोंगरिया और पंचमुखी बूढ़ामहादेव में बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे से गूंजता रहा।

इस बार अमरकंटक से मां नर्मदा की जल लाने वाले कांवड़ियों की संख्या में काफी इजाफा को देखते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के पहल एवं निर्देश पर ज़िला बोल बम समन्वय समिति और कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा कांवडियों की मूलभूत सुविधाओं, जैसे उनके ठहरने की व्यवस्था, उनके प्राथमिक स्वास्थ्य की व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत सुविधा प्रदान किया गया।

जिला बोलबंम समन्वय समिति के सदस्य पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल ठाकुर, दौवा गुप्ता, सुधीर केशरवानी, निशांत झा ने बताया कि सावन माह में जिले से मध्यप्रदेश के अमरकंटक जाने वाले कावड़ियों और श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तत्कालिन मुख्यमंत्री व वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह के मार्गदर्शन में यह समिति पिछले 20 वर्षों से कावड़ियों और श्रद्धालुओं के लिए सेवा प्रदान कर रही हैं।

इस बार प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा की निगरानी में विशेष व्यवस्था बनाई गई थी। अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में लगभग 50 हजार से अधिक 103 बोल बंम समित, श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई।

कांवडियों को भोजन में दाल-भात-सब्जी से लेकर मीठा जैसे खीर, पुड़ी व हलवे भी निःशुल्क दी गई। अमरकंटक में कबीरधाम जिले से हजारों की संख्या में पधारे कांवडियां और श्रद्धालुओं का जिला बोलबंम समन्वय समिति के सदस्यों ने सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा की नगरानी में कांवड़ियों, श्रद्धालुओं के लिए मृत्युंजय आश्रम में विशेष व्यवस्था बनाई गई थी। उपमुख्यमंत्री शर्मा के पहल पर पवित्र श्रावण मास में अमरकंटक से कवर्धा जलाभिषेक करने वाले कांवड़ियों और श्रद्धालुओं के लिए प्रतिदिन मृत्युंजय आश्रम में निःशुल्क ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई थी। इस भोजन में कांवरियों के लिए दाल-भात-सब्जी से लेकर मीठा जैसे खीर, पुड़ी व हलवे भी निःशुल्क दी गई।

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