मुरैना– एक साल के लिए जिला बदर किया गया बदमाश सचिन यादव अपने तीन साथियों के साथ हथियार तस्करी करते हुए नूराबाद पुलिस ने दबोचा है। बदमाशों से सात पिस्टलें व 36 कारतूस मिले हैं, इनमें नाइन एमएम की एक विदेशी पिस्टल हैं, जो पुलिसकर्मियों की पिस्टल से भी अधिक आधुनिक व मारक क्षमता वाली है।
पत्रकारवार्ता में एसपी समीर सौरभ ने बताया, कि नूराबाद पुलिस ने बीती रात सीतापुर इंडस्ट्री एरिया के तिराहा पर काले रंग की मेग्नाइट कार एमपी 07 सीएल 1621 को रोका।
कार में लोकसभा चुनाव से पहले जिला बदर किया गया सचिन यादव निवासी जिगनी गांव अपने तीन साथी शिवनाथ तोमर निवासी मालनपुर टुकेड़ा गांव, संदीप सिंह दीखित निवासी पिंटोपार्क ग्वालियर और अनिल यादव निवासी थाटीपुर ग्वालियर को पकड़ा।
कार में बैठे थे चार लोग
पुलिस ने कार की तलाशी ली तो ड्राइवर सीट के नींचे रखे थैले में सात पिस्टलें व कारतूस भरे मिले। इनमें छह पिस्टलें 32 बोर की थी, जबकि एक पिस्टल नाइन एमएम की थी, जिस पर मेड इन स्पेन लिखा है। पुलिस ने यह तो पता लगा लिया, कि यह अवैध पिस्टलें खरगौन से खरीदकर लाई गई हैं, लेकिन नाइन एमएम के कारतूस इतनी मात्रा में बदमाशों को कहां से मिले? यह पुलिस के लिए शोध का विषय बन गया है।
नूराबाद टीआई ओपी रावत ने बताया, कि बदमाशों के दो साथी और हैं, जो इन्हें कारतूस खरीद कर लाने का काम करते हैं, उनकी तलाश है। पुलिस छानबीन में सामने आया है, कि मुख्य आरोपित सचिन यादव पर दिमनी, माता बसैया, स्टेशन रोड व कोतवाली थाने में 12 केस दर्ज हैं और अवैध हथियारों का शौकीन है, उसने 2.20 लाख में खुद के लिए नाइन एमएम की विदेशी पिस्टल खरीदी थी। बाकी की 32 बोर की पिस्टलों को खरगौन से 12-12 हजार में लाते, जिन्हें मुरैना में आकर 50 से 70 हजार रुपये प्रति नग में बेचते थे।