दहेज प्रथा : मेरी बेटी पर क्या गुजरी है, पता तो करिए साहब….मजबूर मां ने इंसाफ के लिए खटखटाया कानून का दरवाजा

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सक्ती जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम रेडा की मजबूर मां ने अपनी बेटी के इंसाफ के लिए, खटखटाया कानून का दरवाजा,, कहा मेरी बेटी के साथ ऐसा क्या हुआ था ,पता तो करिए साहब,, आखिर कब तक दहेज के नाम पर, बेटियों की बलि दी जाती रहेगी !

जी हां हम बात कर रहे है सक्ती जिले के एक गांव की जहां नव विवाहिता ने अज्ञात कारणों से 31 अगस्त को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । लडकी पढ़ी लिखी होने के साथ साथ, एक समझदार बेटी भी थी पर उसके ससुराल मे ऐसा क्या हुआ, की विवाह के ,चार माह बाद ही ,उसने जिन्दगी का दामन छोडकर, मौत का दामन थाम लिया।

मृतिका की शादी 10 माई 2024 को डिक्सी निवासी थमेश साहू पिता धनीराम साहू के साथ हुआ था और 31 अगस्त 2024 को उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । मृतिका के मां का कहना है, की, उसकी बेटी कॊ दहेज ले नाम पर परेशान किया जाता था, जिसकी जानकारी, उसकी बेटी ने ,घटना के कुछ दिन पुर्व ही दिया था।

मृतिका के मां ने जिला कलेक्टर ,और जिले के पुलिस अधीक्षक ,व महिला बाल विकास मंत्री को आवेदन के माध्यम से, निवेदन किया है ,की ,मेरी बेटी के मौत के असली कारण का पता कर ,उसके मौत के ज़िम्मेदार लोगो कॊ, कडी से कडी सजा दी जाय।

इनका आरोप है ,की ,उसके दामाद ,व उसके ससुराल पक्ष के लोगो ने ही, उसे मारा, या मरने पर मजबुर किया है । एक मजबुर मां ,अपने बेटी के साथ हुए अत्याचार की, हिसाब मांग रही है! और कभी कलेक्टर, कभी एस पी , तो कभी मंत्री के पास आवेदन निवेदन कर रही ।

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