बैकुण्ठपुर– कोरिया जिले में आगामी 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक स्वच्छता की अलग जगाने के लिए स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता का संकल्प लेकर व्यापक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान का समापन आगामी 2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के साथ होगा। इसके लिए कलेक्टर कोरिया श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रत्येक कोरिया वासी की जनभागीदारी नितांत आवश्यक है। इसके लिए सभी को जागरूक करने के साथ ही समेकित प्रयास से हम कोरिया को एक हरित कोरिया सुंदर कोरिया बनाएंगे।
कलेक्टर ने आगामी 14 सितंबर से आरंभ हो रहे स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए सभी को एकजुट प्रयास करने की अपील की है। इस अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप इस अभियान की सफलता के लिए विभागवार गतिविधियों की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता के तहत कोरिया जिले में विद्यालयों, महाविद्यालयों,शासकीय परिसरों के साथ ही पूरे जिले के प्रत्येक कार्यालय, भवनों आदि को इस अभियान के तहत स्वच्छतापूर्ण परिसर में बदलने का कार्य किया जाएगा। उन्होने आगे बताया कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत ज्यादातर रिक्त स्थानों पर पौधरोपण, उनकी सुरक्षा व्यवस्था के साथ किया जाएगा।
इसके साथ ही आम नागरिकों को स्वच्छता स्वभाव में लाने के लिए विविध गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें जीरो वेस्ट मैनेजमेंट और कचरे से उपयोगी वस्तुएं बना लेने के लिए जागरूकता हेतु सामुदायिक प्रदर्शन आदि शामिल किए गए हैं।
जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि स्वच्छता प्रत्येक नागरिक के लिए अनिवार्य है और इसे दैनिक जीवन में लाने के लिए ही यह अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए सभी स्व सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीणों को विशेष तौर पर जागरूक करने के लिए नुक्कड नाटक, चौपाल आदि आयोजित किए जाएंगे।
ठोस एवं तरल अपशिष्ट का प्रबंधन करने के लिए व्यापक जनजागरूकता गतिविधि की जाएंगी। इसके लिए स्वच्छता संवाद, बच्चों की सहभागिता से रैली, दौड़ दीवार लेखन और अलग अलग तरह के प्रचार-प्रसार का माध्यम लिया जाएगा। उन्होने बताया कि ष्शहरी क्षेत्रों में कचरे से पटे स्थानों का चिन्हांकन कर वहां स्वच्छता बनाए रखने के लिए सभी स्थानीय नागरिकों के बीच संवाद किया जाएगा।
साथ ही कचरे के उत्पादन को रिड्यूस, रियूज ओर रिसाइकल के सिद्धांत पर कम से कमतर करने का प्रयास होगा। उन्होने इस अभियान से जुड़कर प्रत्येक नागरिक को अपने स्वभाव में स्वच्छता लाने की अपील करते हुए जनभागीदारी का आवाहन भी किया है।