कलेक्टर से बोले पटाखा व्यापारी- ‘साहब! दिवाली आ गई है, दुकानें खुलवा दीजिए’

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ग्वालियर में हरदा हादसे के बाद से थोक आतिशबाजी कारोबार बंद है। जांच के दौरान कुछ अनियमितताएं पाई जाने के बाद सुधार किया जाना है, जिसके बाद ही दुकानों को खुलना तय हुआ।

अब दीपावली (Diwali 2024) का त्योहार पास आते ही थोक आतिशबाजी कारोबारियों ने कलेक्टर ग्वालियर से गुहार लगाई है कि मानवीय आधार पर संपूर्ण जांच दोबारा कराकर दुकानों को खुलवाया जाए। ऐसे में माल खराब हो रहा है और कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

व्यापारियों ने चिट्ठी में लिखी यें बातें

कारोबारियों ने कलेक्ट्रेट में दिए पत्र में कहा कि हम आतिशबाजी विक्रेता 40 साल से आतिशबाजी व्यवसाय कर रहे हैं। इस व्यवसाय को पूर्ण सुरक्षा अपनाते हुए करते है जिसकी वजह से आजतक कभी भी मार्केट में आगजनी आदि की घटना नहीं हुई है।

यह व्यवसाय वर्ष 2007 से पूर्व शहर के बाजारों में स्थित था। वर्ष 2007 में तत्कालीन जिलाधीश द्वारा हम लोगों को शहर के बाहर व्यवसाय के लिए आदेशित किया गया था तब से हम लोग गिरवाई क्षेत्र में मार्केटनुमा बनाकर अपना व्यवसाय करते हैं।

उस मार्केट की संरचना भी इस प्रकार है कि एक दुकान से दूसरी दुकान में लगभग 15 मीटर का फासला रखा है। जब प्रशासन ने जांच की थी, तब आतिशबाजी विस्फोट नियम 2008 के मुताबिक 10 किग्रा पर 500 ग्राम बारूद पाया गया।

अंतर्देशीय परिवहन के लिए विस्फोटकों का माप दिया गया है। इस आधार पर हमारे दुकान को आज तक सील रखा गया है। अब दीपावली का त्योहार नजदीक है मानवीय व धार्मिक आधार पर दुकानों को सशर्त खोलने की अनुमति प्रदान की जाए।

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