येरुशलम/नई दिल्ली– इस्राइल का ‘आयरन बीम’, जिसे उच्च शक्ति वाले लेजर का उपयोग करके प्रक्षेपास्त्रों को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है, रिपोर्टों के अनुसार, ये एक वर्ष के भीतर चालू हो जाएगा। इस्राइली रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लेजर रक्षा प्रणाली देश के आयरन डोम और अन्य रक्षा प्रणालियों का पूरक होगा, जो ‘युद्ध के नए युग’ की शुरुआत करेगा।
मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और मोर्टारों से निपटेगा
500 मिलियन डॉलर से अधिक की लागत वाली आयरन बीम इस्राइल को मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और मोर्टारों से निपटने और उन्हें बेअसर करने में सक्षम होगी, जबकि इस्राइल फलस्तीन में हमास और ईरान में हिजबुल्ला के साथ युद्ध में है। तीनों देशों के बीच जवाबी हमलों ने व्यापक विनाश किया है, हाल ही में तटीय शहर कैसरिया में इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास पर हमला किया गया था।
प्रकाश की गति से कर सकता है हमला
इस्राइल के आयरन डोम के आर्किटेक्ट राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और एल्बिट सिस्टम्स की तरफ से विकसित आयरन बीम सैकड़ों मीटर से लेकर कई किलोमीटर की दूरी से प्रकाश की गति से हमला कर सकता है। इसमें असीमित मैगजीन है, प्रति अवरोधन लगभग शून्य लागत है और यह न्यूनतम संपार्श्विक क्षति का कारण बनता है।
छोटे प्रोजेक्टाइल को ढेर करेगा आयरन बीम
इस्राइल के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आयरन बीम छोटे प्रोजेक्टाइल को मार गिराएगा, जबकि बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे बड़े लक्ष्यों को एरो 2 और एरो 3 इंटरसेप्टर की तरफ से निपटाया जाएगा। यह सिस्टम ड्रोन समेत लक्ष्य को गर्म करके नष्ट कर देगा, जो छोटे, हल्के होते हैं और जिनका रडार सिग्नेचर कम होता है, जिससे वे आयरन डोम के लिए कठिन लक्ष्य बन जाते हैं।
खराब मौसम में आयरन डोम हो रहा था विफल
इसके अलावा, यह सिस्टम आयरन डोम के संचालन में लगने वाली लागत के एक अंश पर काम करेगा। तेल अवीव थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज ने कहा कि आयरन डोम की तरफ से दागी गई प्रत्येक इंटरसेप्टर मिसाइल की लागत लगभग $50,000 है। हालांकि, खराब मौसम समेत कम दृश्यता वाली स्थितियों में यह सिस्टम ठीक से काम नहीं करता है।