कोरबा, छत्तीसगढ़: फ़्लोरा मैक्स कंपनी द्वारा महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। कोरबा जिले के विभिन्न गांवों की कई महिलाओं ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर फ़्लोरा मैक्स कंपनी के कर्मचारियों ने झांसा देकर पैसे जमा किए थे, लेकिन बाद में उन्हें कोई लोन नहीं मिला। इस मामले में आरोपी अखिलेश सिंह, जो कंपनी के डायरेक्टर हैं, को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है।
एक साल पहले नीति भारद्वाज नामक महिला फ़्लोरा मैक्स के कर्मचारी के रूप में इन गांवों में आई थी। उसने महिलाओं को लोन दिलवाने का वादा करते हुए कहा था कि वह महिला समूह बनाएगी और विभिन्न फाइनेंस कंपनियों से लोन दिलवाएगी। इसके लिए महिलाओं से आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लेकर कई करोड़ रुपये फाइनेंस करवाए गए और यह रकम फ़्लोरा मैक्स कंपनी में जमा करने को कहा गया। हालांकि, जमा की गई रकम के बाद महिलाओं को कमीशन के रूप में जो राशि प्राप्त होती उसका लाभ नहीं हुआ।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि फ़्लोरा मैक्स कंपनी ने उनसे पैसे लेकर कुछ सामान तो दिए लेकिन वादे के अनुसार कमीशन की राशि जो की बैंक की क़िस्त भी है उसे देना बंद कर दिया गया। इसके अलावा, फाइनेंस कंपनियों द्वारा महिलाओं पर दबाव डाला जा रहा था कि वे लोन की राशि जमा करें, जबकि उन्हें कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली।
यह मामला कोरबा जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज किया गया है और कोरबा पुलिस अधीक्षक के समक्ष भी शिकायतें दर्ज हुई हैं। पुलिस ने इस ठगी के नेटवर्क को उजागर करने के लिए गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और कंपनी के डायरेक्टर अखिलेश सिंह को हिरासत में लिया है।
अखिलेश सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस का कहना है कि इस ठगी के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें फ़्लोरा मैक्स के अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने मिलकर ग्रामीण महिलाओं से पैसे ठगे। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की पूछताछ कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही मामले का पर्दाफाश होगा।
महिलाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस प्रशासन ने चेतावनी दी है कि वे किसी भी फाइनेंस योजनाओं और लोन के मामले में सतर्क रहें, ताकि भविष्य में इस तरह की ठगी से बचा जा सके।
पुलिस द्वारा की जा रही जांच के बाद पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगा कि इस ठगी में कितने लोग शामिल हैं और उन्हें किस प्रकार से लूटा गया है। पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रही है।