उज्जैन– पिपलीनाका पर श्री अंगारेश्वर महाबचत योजना नामक चिटफंड कंपनी के संचालक ने कई लोगों से लाखों रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस आरोपित को तीन सालों से तलाश रही थी। आरोपित ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। यहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है। जीवाजीगंज पुलिस आरोपित से पूछताछ में जुटी है। एक आरोपित को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था।
एसआइ डीएस रावत ने बताया कि नरेश गुप्ता निवासी मंगलसिटी देवास रोड तथा उसके साथी जितेंद्र उपाध्याय ने पिपलीनाका पर श्री अंगारेश्वर महा बचत योजना के नाम से एक चिटफंड कंपनी का कार्यालय वर्ष 2014 में खोला था। जहां 220 से ज्यादा लोगों ने लाखों रुपये जमा करवाए थे।
दोनों आरोपित चिटफंड कंपनी बंद कर भाग गए थे। दोनों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया था। पुलिस ने पूर्व में जितेंद्र उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में नरेश गुप्ता की तलाश की जा रही थी। गुप्ता ने भी दो दिन पूर्व कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जहां से कोर्ट ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा था।
आरोपितों से पूछताछ
पुलिस आरोपित से पूछताछ में जुटी है। वहीं उसकी चल-अचल संपत्ति की जानकारी भी जुटाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने करीब 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। आरोपित से रुपये जब्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।