बरेली- इन्वर्टिस विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार की शाम एक धमाकेदार संगीत महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसमें बॉलीवुड की टॉप गायिका नेहा कक्कड़ और रैपर पैराडॉक्स ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। महापौर डॉ. उमेश गौतम की उपस्थिति में इस संगीतमयी शाम का शुभारंभ हुआ और विश्वविद्यालय परिसर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाया।
नेहा कक्कड़ ने अपने सुपरहिट गीतों ‘ओ साकी साकी रे, झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में’ और ‘दिल को करार आया’ जैसी गानों से समां बांध दिया। उनके गाने युवाओं को न सिर्फ थिरकने के लिए मजबूर कर रहे थे, बल्कि रोमांटिक गानों के बीच संगीत प्रेमियों के दिलों में एक अलग ही मस्ती का एहसास भी जगा रहे थे।
गीतों पर जमकर थिरके युवा
इससे पहले, पॉप स्टार कनिष्क सिंह पैराडाक्स ने ‘बम बम लहरी’ और ‘चक मितरा’ जैसी धमाकेदार प्रस्तुति से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके प्रदर्शन ने युवाओं में जोश भर दिया और संगीत का जादू चारों ओर फैल गया।
इन्वर्टिस विश्वविद्यालय में आयोजित सालाना कार्यक्रम ‘इन्वर्सिया फेस्टिवल’ के दूसरे और अंतिम दिन नेहा कक्कड़ की प्रस्तुति के लिए हजारों की तादाद में युवा उमड़ पड़े। रात आठ बजे से लेकर देर रात तक, हर कोई इस अद्भुत संगीत महोत्सव का हिस्सा बना।
नेहा कक्कड़ ने फैंस के बीच खास पल साझा किए और एक छात्रा को मंच पर बुलाकर उसके पसंदीदा गीत ‘ओ साकी साकी रे’ को सुनाया। इसके बाद फैंस की डिमांड पर उन्होंने पंजाबी गीत ‘तू मेनू पूछदा ही नहीं’, ‘सेकेंड जवानी’, और ‘मेरे कुछ नहीं जाता’ जैसे गीतों से माहौल और भी गर्म कर दिया।
रैपर पैराडॉक्स ने भी अपने अद्भुत प्रदर्शन से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने ‘जय जय शिव शंकर’ और ‘बम बम लहरी’ के साथ बरेली की नाथ नगरी से खुद को जोड़ने की कोशिश की। इस दौरान, उन्होंने ‘आ जा आ जा दूल्हे राजा’ और ‘कुंडी न खड़काओ राजा’ जैसे धमाकेदार गानों से रात को और भी यादगार बना दिया।
इस अनोखे संगीत महोत्सव में गायिका नेहा कक्कड़ और रैपर पैराडाक्स के अलावा उनके माता-पिता, इन्वर्टिस विश्वविद्यालय के कार्यकारी निदेशक पार्थ गौतम और शहर के कई प्रबुद्धजन भी मौजूद रहे। इस शानदार संगीत आयोजन ने बरेलीवासियों के दिलों में अपनी छाप छोड़ दी।