दूल्हे ने रखी ऐसी डिमांड, पूरी नहीं हुई तो बिना दुल्हन लौटी बारात

19

उत्तर प्रदेश के अयोध्या से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, इनायतनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार के घर शादी समारोह चल रहा था. शादी रश्में खुशी-खुशी पूरी की जा रही थी. लेकिन दूल्हे की डिमांड से सभी को हैरान में डाल दिया.

दूल्हे ने अचानक लड़की के परिवार से ढाई लाख रुपए की डिमांड कर दी. वहीं पैसों की डिमांड पूरी नहीं होने पर रिश्ता तोड़ दिया और बिना दुल्हन के ही बारात लेकर वापस लौट गया. दुल्हन ने मामले की शिकायत पुलिस से की है.

अयोध्या के इनायतनगर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर केवटानी गांव में एक बेटी की शादी को उसके ससुराल वालों ने केवल इसलिए तोड़ दिया क्योंकि उसे विदाई से पहले ढाई लाख रुपये का दहेज नहीं मिल सका. 24 मई को जौनपुर से बारात धूमधाम से अयोध्या पहुंची थी.

रिवाजों के अनुसार द्वार पूजा भी हुआ और रात में शादी की रस्में पूरी कर दी गईं. सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन अगली सुबह जब खिचड़ी का कार्यक्रम चल रहा था, तभी दूल्हे ने अपने परिवार सहित लड़की वालों के सामने ढाई लाख रुपये की नई मांग रख दी.

दूल्हे ने अचानक मांगे ढाई लाख रुपए

लड़की पक्ष पहले ही अपनी हैसियत से बढ़कर शादी कर चुका था. ऐसे में अचानक इतनी बड़ी रकम देना उनके लिए संभव नहीं था. जब उन्होंने मना किया, तो दूल्हा नाराज हो गया और विदाई से इनकार कर दिया. आखिरकार पूरी बारात बिना दुल्हन को लिए वापस जौनपुर लौट गई.

इस अपमान और अन्याय से आहत होकर पीड़िता नीलू ने थाने में लिखित शिकायत दी है. नीलू ने शिकायत में बताया कि उस पर शादी के लिए दबाव बनाया गया था. ससुराल पक्ष के लोगों ने उससे वादा किया था कि वे उसे अपनाएंगे, लेकिन शादी के तुरंत बाद उनका असली चेहरा सामने आ गया. पैसे नहीं मिलने पर उन्होंने नीलू को अपनाने से मना कर दिया और रिश्ता तोड़ दिया.

शिकायत में नीलू ने विशंभर पांडेय, रोशनी पांडेय सहित कई लोगों के नाम दिए हैं. उसने यह भी आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने जानबूझकर बिना सहमति और बिना उचित रिवाज के विवाह की औपचारिकताएं पूरी कीं और फिर उसे त्याग दिया. इस मामले में इनायतनगर थाना प्रभारी देवेंद्र पांडेय ने कबहा कि पीड़िता की तहरीर पर आरोपी और उसके परिवार वालों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई जारी है.

वहीं पीड़िता अब भी इंसाफ के लिए भटक रही है. सवाल यह है कि क्या ऐसे लोगों को सजा मिलेगी जो बेटियों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं? क्या कानून अब भी खामोश रहेगा या कोई सख्त कार्रवाई होगी? यह सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि अगर अब भी हम नहीं जागे, तो कल किसी और की बेटी की जिंदगी इसी तरह बर्बाद हो जाएगी.

Join Whatsapp Group