रायगढ़– पैर दर्द से पीड़ित युवक की संदिग्ध हालत में मेडिकल कालेज अस्पताल में संदिग्ध हालत में मौत होने का मामला सामने आया है। अच्छे भले व्यक्ति की अकास्मिक मौत से परिजनों में अस्पताल प्रबंधन के कार्यप्रणाली पर भारी नाराजगी है। रोष जताते हुए वे इस पूरे अस्पताल की सिस्टम तथा डाक्टरो को इलाज में लापरवाही कर जान लेने का आरोप लगाए है।
जानकारी के मुताबिक मुकेश कुमार पटेल पिता रामसाय 20 जोरापाली कोतरारोड थाना का रहने वाला था। युवक कबड्डी खिलाड़ी था। स्वजनों ने बताया कि बीते बुधवार 28 फरवरी को वह शाम को तालाब के पास था इसी बीच रोजना की तरह गांव के लड़के एकत्रित होकर वार्तालाप करते थे, जहां से घर जाने के समय उसके पैर में दर्द होने लगा, यह दर्द असहनीय था, पहले तो उसके दोस्तों को लगा कि वह मजाक कर रहा है क्योंकि चंद मिनट पहले वह सब से बातचीत कर रहा था और अचानक से उसके पैर में दर्द होने की वजह से उसके मित्रों को लगा कि वह मजाक लगा।
ऐसे बमुश्किल दोस्तों ने किसी तरह से घर लेकर गए। जहां से पर्यावरण स्थानीय स्तर पर उसका उपचार करवा लेकिन उसके दर्द पर कोई असर नहीं रहा तत्पश्चात बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में भर्ती कराया गया, जहां आज सुबह उसकी मौत हो गई, इस घटना के परिजनों से लेकर गांव में अस्पताल प्रबंधन के कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं जिसमें उन्होंने आरोप लगा है कि अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही से युवक की जान गई है। और निष्पक्ष जांच की मांग भी किए हैं 12 अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर कोर्ट पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मामले को जांच में ली है।