अपने तलाकशुदा पति को फंसाने एक महिला ने अपनी ही चार वर्ष की बच्ची के अपहरण की साजिश रची और स्वयं पुलिस थाने पहुंचकर बच्ची के अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज कराई। मामला लांजी थाना क्षेत्र के दखनीटोला से सामने आया है। जानकारी के अनुसार, आंचल पति अर्जुन रामटेक्कर वार्ड 18 दखनीटोला निवासी है।
आंचल ने 28 अप्रैल को पुलिस थाने पहुंचकर उसकी चार वर्ष की बच्ची का अपहरण कर लिए जाने की शिकायत दर्ज करवाई। वहीं संदेह के आधार पर अपने तलाकशुदा पति अर्जुन का नाम लिखवाया। मामले को गंभीरता से लेते हुए लांजी पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 363 भादवि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर थाना वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ के मार्गदर्शन एक टीम गठित की गई।
टीम ने अपह्त बालिका की पतासाजी प्रारंभ की गई। बालिका को कुछ घंटों में ही आरोपित मनीराम रामटेक्कर दखनीटोला के कब्जे से बरामद कर लिया। इसके बाद पूरा मामला स्पष्ट हो पाया। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपीगण राजकुमार पिता संतोष आसटकर 20 वर्ष, मनीराम पिता कारू रामटेक्कर 70 वर्ष व आंचल पति अर्जुन रामटेक्कर तीनों निवासी दखनीटोला के विरुद्ध धारा 363, 182, 211, 120 बी के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, अपहृत बालिका की मां आंचल रामटेक्कर ने ही अपने तलाकशुदा पति अर्जुन रामटेक्कर निवासी नीमटोला को झूठे आरोप में फंसाने के लिए भाई राजकुमार व नाना मनीराम रामटेक्कर के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक अपहृत बालिका का अपहरण कराया गया था। पुलिस ने बालिका को छत्तीसगढ़ के छुई खदान थाना अंतर्गत ग्राम से दस्तयाब कर लाई है।
मामले की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी दिनेश कुमार सोलंकी, उपनिरीक्षक पंजय सिंह किरार, सहायक उपनिरीक्षक तोपसिंह धुर्वे, आर विजय सिसोदिया, चेतन सोनी, नरेंद्र सोनवे सहित अन्य पुलिस कर्मियों का योगदान रहा।
इनका कहना फरियादी के तलाक शुदा पति को झूठे आरोप में फंसाने के लिए यह षडयंत्र रचा गया। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस टीम ने सराहनीय कार्य करते हुए बालिका को सुरक्षित लाया। आरोपितों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। दिनेश कुमार सोलंकी, थाना प्रभारी लांजी।