छत्तीसगढ़ के दुर्ग (Durg) जिले में एक शख्स द्वारा भगवान शिव को जीभ काटकर अर्पित करने का आस्था या अंधविश्वास से जुड़ा मामला सामने आया है। एक 33 वर्षीय व्यक्ति ने भगवान को चढ़ाने के लिए अपनी जीभ काट दी। यह घटना आज सुबह अंजोरा पुलिस चौकी सीमा के अंतर्गत थनौद गांव में हुई है।
अंजोरा चौकी क्षेत्र के ग्राम थनौद में एक युवक ने अपनी जीभ काट दी। उसके जीभ काटने का स्पष्ट कारण तो नहीं पता चल सका है, लेकिन बताया जा रहा है कि उसकी दूसरी पत्नी मूक है। उसने अपनी पत्नी से अपनी समानता बनाने के लिए ऐसा किया है।
वहीं एक और कारण बताया जा रहा है कि वो शिव भक्त भी है और उसने आस्था के वशीभूत होकर ऐसा किया है। लेकिन, उसने जिस स्थान पर अपनी जीभ काटी, वो मंदिर नहीं है, बल्कि तालाब का किनारा है। इसलिए शिव भक्ति के चलते ऐसा करने की बात को ज्यादा बल नहीं मिल पा रहा है। फिलहाल घायल युवक जिला अस्पताल में भर्ती है।
जानकारी के अनुसार ग्राम थनौद निवासी राजेश्वर निषाद (37) ने बुधवार की सुबह करीब आठ बजे गांव के तालाब के किनारे जाकर पहले कुछ मंत्र पढ़ा फिर अपनी चाकू से जीभ काटकर तालाब किनारे के एक पत्थर पर रख दिया। तालाब किनारे उपस्थित लोगों ने उसे ऐसा करते देखा और फौरन अस्पताल ले गए।
बताया जा रहा है कि राजेश्वर निषाद की दूसरी पत्नी मूक है। वो अपनी दूसरी पत्नी को बहुत चाहता भी है। इसलिए उसने अपनी पत्नी से बराबरी करने के लिए ऐसा किया है। राजेश्वर निषाद की पहली पत्नी से उसका तलाक हो चुका है। वो वर्तमान में अपनी दूसरी पत्नी और एक बेटी के साथ ग्राम थनौद में रहता है। परिवार वाले भी इस घटना का स्पष्ट कारण नहीं बता पा रहे हैं।