स्टेट जीएसटी की टीम ने रायपुर के तीन कारोबारियों के यहां छापा मार कर करोड़ो की जीएसटी चोरी पकड़ी। यह छापा 9 मई को मारा गया था। जीएसटी अधिकारियों ने ड्रीम डेकोरटर्स, फ्लावर स्टोरी और टेंट फैक्ट्री नाम से संचालित व्यावसायिक प्रतिष्ठानो की जांच की। इन प्रतिष्ठानो ने अपनी त्रुटि स्वीकार करते हुए 4.5 करोड़ जीएसटी मौके पर ही जमा किया।
अफसरों के अनुसार विभाग द्वारा इनके संव्यहारों (लेन देन) पर लंबे समय से नज़र रखी जा रही थी। इन व्यवसायियों द्वारा एक बड़े होटल में शादियों तथा कॉर्पोरेट आयोजनों मे डेकोरेशन का काम किया जाता है। मे. ड्रीम डेकोरटर्स तथा फ्लावर स्टोरी द्वारा अपने जीएसटी रिटर्न मे इन डेकोरेशन के आयोजनो को केवल ताजे फूलों का विक्रय दर्शाया जा रहा था जो जीएसटी मे कर मुक्त है जबकि ये जीएसटी के अंतर्गत कम्पोसीट सप्लाइ है और इस पर 18 प्रतिशत से जीएसटी लगता है। इन दोनों प्रतिष्ठानो ने 2.75 करोड़ रु का टैक्स अधिकारियों के समक्ष जमा किया।
इसी प्रकार एक अन्य व्यवसायी टेंट फैक्ट्री द्वारा अपने टर्न ओवर को कम दर्शा कर कर चोरी की जा रही थी। इनका व्यवसाय टेंट, पर्दे तथा अन्य डेकोरेशन सामाग्री तैयार करने का है। इनके द्वारा दुर्ग स्थित व्यवसाय स्थल को अपने रजिस्ट्रेशन मे नहीं दिखाया गया था जांच के दौरान वहां भारी मात्रा मे अघोषित स्टॉक मिला जिस पर अधिकारियों द्वारा टैक्स और ब्याज लगाया गया। इस व्यवसायी द्वारा अधिकारियों के समक्ष 1.75 करोड़ रु टैक्स जमा किया।
राज्य में जीएसटी से प्राप्त राजस्व बढ़ाने के लिए विभाग न केवल कर चोरी को रोकने के लिए तत्पर है वरन राज्य मे ईमानदार करदाताओं के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार करने के लिए भी प्रयत्नशील है ।
पिछले कुछ महीनो मे विभाग ने कर प्रशासन को चुस्त करने के साथ ही व्यवसायियों के लिए भी कई नए सकारात्मक पहल किए हैं जिनमे ईओडीबी सेल का गठन, टोल फ्री हेल्प लाइन, व्यावसायिक संगठनो के साथ नियमित बैठक, उनकी समस्याओं को राष्ट्रीय स्तर पर जी एस टी परिषद मे रखने जैसे कदम शामिल हैं। आने वाले समय मे विभाग द्वारा और भी नए सकारात्मक पहल किए जाएंगे ।