घर वालों ने फ्री फायर गेम खेलने से किया मना, तो बच्चे ने नदी में कूदकर कर ली आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा – एक ही शौक था

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इन दिनों किशोर में ऑनलाइन गेम का नशा बढ़ता जा रहा है। काफी संख्या में बच्चे इसके शिकार हो रहे हैं। किशोर बच्चे पढ़ाई में ध्यान देने के बजाय पबजी , फ्री फायर जैसे ऑनलाइन गेम खेलने में अपना समय नष्ट कर रहे हैं। माता-पिता एवं अभिभावकों के समझाने के बावजूद इस नशे से दूर नहीं हो रहे हैं।

घर वालों के कड़ाई करने पर गलत कदम उठा रहे हैं और अपना जीवन को समाप्त कर रहे हैं। वहीं जगदलपुर से इसी तरह की एक घटना सामने आई है। लालबाग स्टेट बैंक कॉलोनी के पास रहने वाला एक 14 वर्षीय किशोर अभिनव को फ्री फायर ऑनलाइन गेम खेलने का नशा लग चुका था। वहीं घर वालों ने जब उसे खेलने से रोका तो उसने आत्महत्या कर ली।

दरअसल घर वालों ने कई बार उसे यह गेम नहीं खेलने के लिए समझाया, लेकिन वह मोबाइल पाते ही फ्री फायर गेम खेलने में लग जाता था। उसे रोकने के लिए घर वालों ने उसे मोबाइल से दूर रखने का प्रयास किया। जिसके चलते वह घर वालों से काफी नाराज चल रहा था। शुक्रवार की शाम 5:00 बजे वह घर से बिना किसी को बताएं निकाला, पर वह उसके नाना या पिताजी के फल दुकान न जाकर कहीं और चला गया। ज्यादा देर तक दुकान नहीं पहुंचने पर परिजनों ने खोजबिन शुरू की तो पता चला कि वह अपने कमरे के टेबल में एक चिट्ठी लिखकर उसके ऊपर मोबाइल फोन रख कर कहीं चला गया है।

सुसाइड नॉट में लिखा – एक ही शौक था

चिट्ठी में उसने भोजपुरी भाषा में लिखा है कि अब हम नदी में कूदने जा रहे है। एक ही शौक था मोबाइल का वह भी पूरा नहीं हो रहा है। हमने मरने के लिए क्या-क्या नहीं किया मूसा मार दवा खाया लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था लेकिन हम भी जिद्दी हैं, हम भी मरेंगे ही। परिजनों ने इसकी जानकारी सिटी कोतवाली पहुंचकर दी। सिटी कोतवाली पुलिस भी थाना प्रभारी जांगड़े के मार्गदर्शन में खोजबीन शुरू किया लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया। शाम 4:00 बजे से 7:00 बजे तक क्षेत्र में बिजली गुल रहने के चलते सीसी टीवी कैमरा के फुटेज भी नहीं मिल पाए।

शनिवार की सुबह डोंगा घाट क्षेत्र के पुलघाट में नदी नहाने गए लोगों ने एक शव को पानी में तैरता देखा। पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर शव को बाहर निकलने पर इसकी शिनाख्त 14 वर्षीय अभिनव गुप्ता के रूप में हुई। शव के नाक से खून बाहर निकल रहा था। जानकारों का कहना है कि यदि जिंदा व्यक्ति की नदी में डूबने से मौत होती है तो इस तरह नाक से खून और पानी निकलता है। उनके परिजनों को इसकी जानकारी दी गई। परिजनों की घटना स्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस द्वारा पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज डीमरापल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

मृतक के पिता सुनील गुप्ता ने बताया कि उनका पुत्र अभिनव गुप्ता घर से निकलकर अपने मित्र के पास बिहार चला गया था। कुछ दिन के बाद पुलिस उसे वहां से लेकर आई थी। इस घटना के बाद वे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पिछले 25-30 दिनों से स्टेट बैंक कॉलोनी के पास स्थित राम दुलारे गुप्ता के घर पर रह रहे थे। उन्होंने बताया कि बेटा को किसी तरह से भी डांटा नही है ना ही कोई कड़ाई बरति। उसके पढ़ाई के लिए बाल विहार विद्यालय में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया भी चल रही थी। वह इस तरह का कोई कदम उठाएगा इसकी कल्पना भी हम लोग नहीं कर सकते थे। बच्चे की इस कदम से पूरे परिवार वाले शोक में डूबे हुए है।

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