प्रतिवर्ष करोड़ों रुपयो का लाभ अर्जित करने वाले कोल इंडिया की सर्वाधिक प्रतिष्ठित भूमिगत खदान चर्चा आर ओ में सुरक्षा के प्रति पूरी तरह लापरवाही बढ़ती जा रही है सह क्षेत्र प्रबंधक चर्चा कार्यालय में कई जगहों पर *आप सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में है* लिखे हुए पंपलेट दीवारों पर चिपके हुए हैं यह पंपलेट जिम्मेदार अधिकारियों के कमरे के बगल में भी लगे हैं जिसे यह अधिकारी प्रतिदिन देखते भी हैं जबकि वास्तविकता यह है कि पूरे कार्यालय परिसर में कहीं पर भी एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है प्रबंधक कार्यालय जहां महत्वपूर्ण विभागीय दस्तावेज रहते हैं वहीं परिसर में वित्त विभाग, सिविल विभाग ,कार्मिक विभाग जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग संचालित है इनकी सुरक्षा मैं सिर्फ भ्रामक पंपलेट लगाकर सुरक्षा के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है बिना कैमरे के दीवारों पर चिपके सीसीटीवी कैमरे की निगरानी वाले पंपलेट अपनी सच्चाई अपने आप बयां कर रहे हैं कार्यालय परिसर में यदि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है ऐसी स्थिति में एक दूसरे पर सिर्फ आरोप प्रत्यारोप करने के अलावा कुछ हासिल नहीं होगा।
यह जांच का विषय है कि कार्यालय परिसर में बिना कैमरा लगाए भ्रामक पंपलेट क्यों लगाए गए इसके लगाने की वजह क्या है जानकारी के अनुसार विगत 1 वर्षों से यह पंपलेट चिपके हुए हैं झूठे एवं भ्रामक पंपलेट को देखने के बावजूद अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही क्यों नहीं की गई या फिर सही मायने में कार्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने में कौन सी दिक्कत आ रही है जबकि आजकल सुरक्षा हेतु लगभग हर जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगे रहते हैं इनकी लागत भी कोई ज्यादा नहीं रहती क्या चर्चा हल्की प्रबंधन कैमरे लगाने की स्थिति में नहीं है यह भी जांच का विषय है कि झूठे और भ्रामक पंपलेट लगाने की अनुमति किस अधिकारी के द्वारा दी गई।
चर्चा कालारी के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सीसीटीवी कैमरा लगाना जरूरी है इसके साथ यह भी जरूरी है कि कैमरे को कार्यालय की दीवारों पर न लगाकर अधिकारियों के कमरे के अंदर भी लगाया जाए जिससे यहां के कर्मचारी सच्चाई से अवगत होते रहे।