कालरी क्षेत्र में कोयला उत्पादन के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं की जिम्मेदारी भी प्रबंधन की होती है बावजूद इसके कोरिया जिले में एसईसीएल मूलभूत सुविधाओं को नजरअंदाज कर कोयला उत्पादन एवं परिवहन का कार्य कर रहा है जिससे ग्रामीण खासे नाराज चल रहे हैं इस क्षेत्र में सडक़ निर्माण को लेकर ग्रामीणों को आंदोलन चक्का जाम तक करना पड़ रहा है लेकिन एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं अगर ऐसा ही रहा तो ग्रामीणों को बृहद आंदोलन करने की आवश्यकता ना पड़ जाए ऐसे में एसईसीएल का उत्पादन निश्चित तौर पर प्रभावित होगा और समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो प्रबंधन का करोड़ों का घाटा हो सकता है I
जानकारी के अनुसार पांडवपारा माइंस से टेंगनी चौक के बीच सोरगा मुख्य मार्ग के जर्जर होने व धूल से परेशान क्षेत्रवासियों ने चक्काजाम कर दिया। पांच घंटा तक चले आंदोलन के दौरान एसईसीएल के अधिकारियों ने वार्ता कर समझाइश भी दी, पर बांस बल्ली सडक़ से नहीं हटाए आखिरकार सब एरिया आर पी मिश्रा के समझाइस व अतिशीघ्र सडक़ बनाने की बात मानकर ग्रामीणों ने आवागमन चालू करा दिया।
एसईसीएल पांडवपारा सहक्षेत्र झिलमिली माइंस का कोयला परिवहन सोरगा टेंगनी होते हुए कटोरा साइडिंग तक इसी मार्ग से जाता है। सोरगा टेमरी के बीच सडक़ अत्यंत जर्जर हो गई है।जिसमे तीन चार फीट के गड्ढे बन गए थे। इन गड्ढों को भरने पक्की सडक़ पर मुरूम डालकर मरम्मत किया गया था लेकिन लगातार परिवहन वाहन सहित एसईसीएल वाहन के चलने से धूल उड़ता था जिससे ग्रामीण परेशान थे जिसे ठीक कराने की मांग कई बार लिखित व मौखिक रूप से प्रबंधन से ग्रामीणों ने की थी, पर एसईसीएल प्रबंधन ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की बल्कि मिट्टी मुरूम डालकर और परेशानी बढ़ा दी जिससे ग्रामीणों ने मंगलवार को बांस बल्ली लगाकर मार्ग को अवरूद्ध कर गड्ढों को क्रांकिट से भरने की मांग करने लगे।
ग्रामीणों से वार्ता करने एसईसीएल के कई अधिकारी पहुंचे लेकिन उनकी बात ग्रामीणों ने नही मानी अंतत: सब एरिया आर पी मिश्रा ग्रामीणों से बात करने पहुंचे,जहां उन्होंने तत्काल गिट्टी गिराकर गड्ढों को भरने का भरोसा दिलाया और समस्या को जड़मूल से समाप्त करने हेतु नाली निर्माण के स्वीकृति की बात कही। जिस पर ग्रामीण उनकी बात मानते हुए सडक़ से बांस बल्ली हटा दिया तब जाकर कहीं लगभग पांच घंटे बाद कोयला परिवहन चालू हो सका।
पांच घंटे बंद रहा कोयला परिवहन
पांडवपारा व टेंगनी चौक के बीच सोरगा में 11 बजे ग्रामीणों ने मार्ग को अवरूद्ध करते हुए कोयला परिवहन वाहन का आवागमन ठप कर दिया जो चार बजे तक चला। इस दौरान एसईसीएल के अधिकारी दो बार चर्चा करने के लिए स्थल पर पहुंचे, पर उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट कह दिया कि उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा।
हालांकि एसईसीएल अधिकारियों ने सडक़ मरम्मत व नाली निर्माण कार्य के प्रस्ताव भेजी जा चुकी है।स्वीकृति मिलते ही अतिशीघ्र निर्माण कार्य किए जाने की जानकारी भी दी, पर आंदोलनकारियों ने तत्काल गिट्टी गिराकर गड्ढों को भरने का प्रस्ताव रखा।आनन फानन में गिट्टी गिराया गया तब जाकर आवागमन चालू हुआ साथ ही आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई।