बदरीनाथ में रविवार को श्रद्धालुओं को तीन किलोमीटर लाइन में लगकर भगवान के दर्श करने पड़े। शनिवार शाम से ही बड़ी तादात में यात्रियों का बदरीनाथ में आना शुरू हो गया था। रविवार को भगवान की एक झलक देखने के लिए बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार से लेकर दर्शन पथ पर यात्रियों की तीन किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। बदरीनाथ धाम में रविवार को मौसम का मिजाज भी कुछ बिगड़ा रहा।
बारिश के बावजूद श्रद्धालु बरसाती ओढ़े दर्शन के लिए कतार में खड़े दिखे और दर्शन के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रहे। बारिश के दौरान बरसाती पहने श्रद्धालु लाइन में लगे रहे। बीते शनिवार को जहां बदरीनाथ में 21 हजार से अधिक श्रद्धालुओंने दर्शन किए। वहीं रविवार को बदरीनाथ धाम में 28,055 यात्रियों ने दर्शन किए। भगवान के दर्शन के लिए यात्रियों की लाइन इंद्रधारा गांव से आगे तक लगी। बदरीनाथ में 12 वर्षों से साधना रत साधु रघुनाथ दास का कहना है कि 2012 के बाद पहली बार यात्रियों की इतनी संख्या बदरीनाथ में दर्शन के लिए वे देख रहे है। बदरीनाथ के स्थानीय निवासी बदरी लाल बताते हैं कि अभी तक नाग नागिन स्थल तक ही दर्शन के लिए यात्रियों की लाइन लगती थी।
देहरादून। चारधाम यात्रा में केदारनाथ धाम की यात्रा पर ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। 10 मई से शुरू हुई यात्रा में अब तक आए श्रद्धालुओं में करीब 45 फीसदी केदारनाथ मंदिर में आए हैं। जबकि बाकी 55 फीसदी श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ धाम, गंगोत्री, यमुनोत्री मंदिर के दर्शन किए हैं। 15 किमी के मुश्किल पर्वतीय रास्ते पर हर हर माहादेव के नारे लगाते हुए हर दिन हजारों श्रध्दालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं। रविवार देर शाम तक चारधाम में छह लाख 40 लाख 40 हजार 586 श्रध्दालु दर्शन कर चुके थे। इनमें केदारनाथ में 2.81 लाख श्रध्दालु आए हैं।
वहीं दुसरी तरफ चारधाम यात्रा शुरू होने के 10 दिनों के भीतर 6 लाख से अधिक तीर्थयात्री अब तक दर्शन कर चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा केदारनाथ धाम में 2.50 लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में रोजाना औसतन 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री दर्शन कर रहे हैं। वहीं, चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण का आंकड़ा 29.52 लाख पहुंच गया है। चारधाम तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए प्रदेश सरकार ने भी बिना पंजीकरण यात्रा करने वाले पर सख्ती बरती है। जगह-जगह पर पंजीकरण की चेकिंग की जा रही है। जिससे धामों में बढ़ रही यात्रियों को भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
खुले केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट
पंच केदार में द्वितीय भगवान मद्महेश्वर के कपाट सोमवार को शुभ लग्न में पूर्वाह्न 11.30 बजे भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। बाबा मद्महेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली ओंकारेश्वर मंदिर से अंतिम पड़ाव गौंडार पहुंच गई है।