भीषण गर्मी का दौर है, इसी बीच उपनगर ग्वालियर स्थित कोटा वाला मोहल्ला में रहने वाले रामबाबू शाक्य की बेटी मोना (12) और बेटे अभिषेक (10) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों मंगलवार को 47 डिग्री सेल्सियस तापमान में आटो से मां और दादी के साथ मुरैना के कैलारस गए थे। लौटते समय अचानक मोना को उल्टियां होने लगी, वह अचेत होकर गिर पड़ी।
देखते ही देखते अभिषेक की भी तबियत बिगड़ गई। इन्हें स्वजन बिरला अस्पताल लेकर गए तो तो यहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने बताया कि दोनों बच्चों के मुंह से झाग निकल रहा था। उनकी मौत लू लगने से हुई है। शहर में चार और लोगों के शव अचेत अवस्था में मिले हैं।
कोटा वाला मोहल्ला में रहने वाला रामबाबू शाक्य मजदूरी करता है। रामबाबू ने नईदुनिया को बताया कि उसकी मां को लकवा मार गया था। इसके चलते मां दवा लेने हर 15 दिन में कैलारस जाती है। मंगलवार सुबह कैलारस के लिए आटो की थी।
दोनों बच्चे मोना और अभिषेक साथ जाने की जिद करने लगे। पत्नी और मां दोनों को साथ ले गई। लौटते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद घर आए और यहां से बच्चों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने नब्ज टटोलकर मृत घोषित कर दिया I
हालाकि पुलिस को सूचना नहीं दी गई। उधर जब मौत की खबर एसपी धर्मवीर सिंह के पास पहुंची तब उन्होंने सीएसपी शुभा श्रीवास्तव को बताया। तब ग्वालियर थाना पुलिस घर पहुंची पर इससे पहले ही शव दफनाए जा चुके थे। पोस्टमार्टम न हो सकने के कारण मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
मोना के बारे में उसके पिता ने बताया कि उसे थोड़ा बुखार था पर अभिषेक पूरी तरह स्वस्थ था। अचानक ही तबियत इतनी बिगड़ गई और इनकी मौत हो गई।