रेत आपूर्ति के लिए साइड देखने गए युवक पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। घटना में गंभीर युवक को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया गया। हद तो तब हो गई, जब पांच छह युवक अस्पताल भी जा पहुंचे। उन्होंने गुप्तांग पर वार करते हुए डिस्चार्ज करा लेने और रिपोर्ट वापस लेने धमकी देना शुरू कर दिया। वे सुरक्षाकर्मी और बाउंसरों के सामने काफी देर तक हंगामा मचाते रहे। जिससे अस्पताल के सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल उठ गए हैं।
घटना बुधवार की देर रात घटित हुई। बताया जा रहा है कि मानिकपुर पुलिस चौकी अंतर्गत पं. रविशंकर शुक्ल नगर में अंचल अग्रवाल निवास करता है। वह रेत उत्खनन और परिवहन का काम करता है। उसे निर्माण कार्य करने वाले हर्ष पालीवाल ने रेत का ऑर्डर दिया था। जिसके लिए दोनों साइड देखने गए थे। इसी दौरान सतीश राव व अंबर शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने हर्ष से मारपीट शुरू कर दी। जब अंचल बीच बचाव करने पहुंचा तो दोनों युवक उस पर पिल पड़े। उन्होंने न सिर्फ हाथ, मुक्के से बल्कि
ईंट पत्थर से हमला कर दिया। घटना में अंचल गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल दाखिल कराया गया। जहां अंचल को भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। इसी बीच पांच-छह की संख्या में युवक वार्ड के भीतर जा पहुंचा। इनमें से एक युवक ने गुप्तांक पर हमला कर दिया। वे अंचल को अस्पताल से डिस्चार्ज करा लेने और पुलिस में दी गई शिकायत को वापस लेने धमकाने लगे। युवक स्वास्थ्य कर्मियों के सामने काफी देर तक हंगामा मचाते रहे। ताज्जुब की बात तो यह है कि हंगामे के दौरान सुरक्षा कर्मियों के अलावा बाउंसर भी मौजूद थे, लेकिन वे तमाशबीन बने रहे। जिससे एक बार फिर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रबंधन को नहीं दी सूचना
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हंगामे के दौरान स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। यह सबकुछ सुरक्षाकर्मी और बाउंसरों के सामने घटित हुई, लेकिन किसी ने भी प्रबंधन को सूचना देना मुनासिब नही समझा। मामला संज्ञान में आने पर प्रबंधन ने जानकारी ली तो सारी बातें सामने आई। खास तो यह है कि इससे पहले अस्पताल में विवाद हुए हैं, जिसकी भनक तक प्रबंधन को नही लगी।