चार दिन पूर्व लटोरी क्षेत्र के अखोराकला गांव के गन्ना खेत में एक हाथी की करंट की चपेट में आने से मौत होने के मामले में वन अमले ने विद्युत विभाग के खिलाफ पीओआर दर्ज कर लिया हैं। यहां एक विद्युत खंभा के धराशायी होने से हाथी करंट की चपेट में आया था। उक्त खंभे को लगाने के दौरान नीचे कांक्रीट नहीं किया गया था।
बता दें कि सुरजपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत अखोराकला गांव की बस्ती के बाहर प्रयाग यादव के गन्ना खेत मे ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह एक हाथी को मृत पड़ा देखा था। वही ग्रामीणों ने यह भी देखा कि कल्याणपुर फीडर से अखोराकला की ओर गुजरी 11 केवी विद्युत लाइन का एक खंभा क्षतिग्रस्त होकर झूला हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक माह भर से हाथियों की इलाके में आवाजाही हो रही है।
उन्होंने बताया था कि समीप ही जंगल मे दो सप्ताह से दो हाथी डेरा डाले हुए है और वे मक्का व गन्ना खेतों में अपनी भूख मिटाने पहुंचते है। ग्रामीणों की माने तो सोमवार की देर रात गन्ना खेत में दोनों हाथियों के बीच जमकर द्वंद हुआ। इस दौरान एक हाथी की टक्कर से 11 केवी विद्युत लाइन का बिजलीं खंभा धराशायी हो गया था। इससे दूसरा हाथी हाई वोल्ट विजली करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
उसके बाद दूसरे हाथी ने वही समीप स्थित जंगल मे डेरा डाल रखा है। जांच के दौरान पाया गया कि विद्युत मंडल द्वारा विद्युत लाइन विस्तार के दौरान गाड़े गए विद्युत खंभे को मजबूती प्रदान करने क्रांकीट नही किया गया था।
यही वजह है कि मामूली टक्कर में विद्युत खंभा धराशायी हो गया और बिजली करंट की चपेट में आने से हाथी की मौत हो गई। उसके बाद वन विभाग में विद्युत विभाग के खिलाफ पीओआर दर्ज कर संबंधित प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया है।