भूख न जानें जूठी भात, इश्क न जानें जात कुजात की कहावत सच करते हुए उन्नाव जनपद के सदर कोतवाली में तैनात महिला आरक्षी एवं पुरुष कांस्टेबल के बीच पहले तो प्रेम मोहब्बत हुआ बाद में पुरुष कांस्टेबल नें महिला आरक्षी से दूरी बढ़ा लिया। आखिरकार महिला आरक्षी नें थकहार कर विगत 19 जून को स्थानीय थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराया तो नौकरी को फंसता हुआ देखकर पुरुष आरक्षी नें शादी करने का फैसला कर लिया।
जानकारी के अनुसार कोतवाली में तैनात योगेंद्र यादव एवं महिला आरक्षी ममता के बीच पहले तो आपसी प्रेम मोहब्बत हुए । दोनों का आए दिन मिलना जुलना होता था. यहां तक ड्यूटी(duty ) करने भी एक साथ जाते थे. दोनों में नजदीकियां इस तरह बढ़ गईं की बात शादी तक पहुंच गई.
दोनों शादी के लिए राजी भी हो गए थे. लेकिन कुछ समय पहले योगेंद्र ममता से दूरियां बढ़ाने लगा. वह दूसरी जगह शादी करना चाह रहा था. वह भी चुपके से, जब इस बात की भनक ममता को लगी तो उसने योगेंद्र को काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन दोनों में बात नहीं बनी. यहां तक ममता ने योगेंद्र के घरवालों से मिलकर भी अपने बीच के रिश्तों के बारे में बताया था.
महिला सिपाही द्वारा पुरुष कांस्टेबल पर चरित्र हनन जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद लोक लाज और नौकरी का पेंच फंसता देखकर पुरुष कांस्टेबल नें विवाह(marriage ) करने का फैसला लिया और सोमवार को गोकुल बाबा मंदिर में रीति रिवाज के साथ दोनों का विवाह संपन्न कराया गया। उक्त वैवाहिक कार्यक्रम में खाकी ही घराती और बाराती बनें। सात फेरे लेते समय महिला आरक्षी ममता फफककर रो रही थी, बताया जा रहा है कि उक्त वैवाहिक समारोह में उसके परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ था।