माना के बाल संप्रेक्षण गृह (किशोर बंदी गृह या बच्चा जेल) से शुक्रवार आधी रात के बाद अलग-अलग अपराध में बंद 10 बच्चे खिड़की तोड़कर भाग निकले हैं। एएसपी ग्रामीण कीर्तन राठौर ने इसकी पुष्टि की है।
जो अपचारी किशोर भागे हैं, उनमें से कुछ संगीन अपराध में गिरफ्तार हुए थे और अरसे से जेल में हैं। माना पुलिस ने सभी की तलाश शुरू कर दी है। ज्यादातर मामलों में छोटी जेल से भागे ऐसे अधिकांश किशोर सीधे घर पहुंचते हैं, इसलिए उनके घर के आसपास तथा गांव-मोहल्लों में नजर रखी जा रही है।
माना की किशोर जेल से अक्सर बच्चे भागते रहते हैं और पकड़े भी जाते हैं। इस बार यह बड़ी कोशिश है, क्योंकि 10 किशोर एक साथ खिड़की तोड़कर भागे हैं। 10 या ज्यादा किशोर आरोपियों के एक साथ भागने की घटनाएं कम होती हैं, इसलिए पुलिस इसे गंभीरता से ले रही है।
माना किशोर जेल का भवन और खिड़की-दरवाजे इतने पुराने हैं कि इन्हें तोड़कर भागना ज्यादा मुश्किल नहीं है। यही वजह है कि यहां अक्सर खिड़की-दरवाजे तोड़कर भागने जैसी घटनाएं हो रही हैं। एएसपी राठौर ने कहा कि माना जेल से भागे किशोरों को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा।