रायपुर पुलिस ने महादेव रेड्डी अन्ना-15 पैनल के माध्यम से क्रिकेट सट्टा संचालित करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक अंतर्राज्यीय आरोपी भी शामिल है। ये आरोपी पुणे, महाराष्ट्र से गिरफ्तार किए गए हैं।
झांसा देकर बैंक खाता खुलवाना:
आरोपी पीड़ितों को अपने झांसे में लेकर उनके नाम से बैंक खाता खुलवाते थे और फिर इन खातों का उपयोग सट्टा पैसों के लेन-देन के लिए करते थे। पीड़ितों की जानकारी के बिना, उनके खातों में अवैध तरीके से सट्टे के पैसों का लेन-देन किया जाता था। आरोपियों द्वारा रूपयों के लेन-देन हेतु उपयोग किए जाने वाले बैंक खातों की विस्तृत जांच की जा रही है। जांच के दौरान रायपुर पुलिस की ऑर्गेनाईजेशनल इनपुट पर कार्रवाई की गई।
घटना का विवरण:
प्रार्थी दशरथ निषाद ने थाना मौदहापारा में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसे उसके साथी मोहित विश्वकर्मा ने बैंक खाता खुलवाने का झांसा देकर उसके बैंक खाता और मोबाइल नंबर का उपयोग महादेव सट्टा संचालन में लेन-देन हेतु किया। इस धोखाधड़ी की जानकारी होने पर प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर मामला पंजीबद्ध किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संदीप मित्तल, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, और नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री योगेश साहू ने संयुक्त टीम बनाकर आरोपियों की पतासाजी और गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
पुलिस टीम ने पुणे, महाराष्ट्र स्थित सांगरिया फेस-03 मेगा पोलिस हिंजेवाडी के एक फ्लैट में रेड कार्रवाई कर 5 सटोरियों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 47 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 1 टैबलेट, 2 राउटर, 2 लैपटॉप चार्जर, 3 रजिस्टर, 20 पासबुक, 35 चेकबुक, 7 ऑनलाइन बैंकिंग किट, और 56 एटीएम कार्ड जुमला कीमती लगभग ₹12,50,000/- जप्त किए गए।
आरोपियों के विरुद्ध थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 193/24 धारा 318(4), 61(2) बी.एन.एस. और छ.ग. जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 7 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। प्राप्त बैंक खातों के राशियों को होल्ड/फ्रीज कराने हेतु बैंकों को पत्राचार किया जा रहा है।
गिरफ्तार सटोरियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन से करोड़ों रुपये के लेन-देन की जानकारी प्राप्त हुई है। पैनल संचालन हेतु उपयोग किए जाने वाले कुल 50 बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनमें ट्रांजैक्शन का विश्लेषण किया जा रहा है।
गिरफ्तार आरोपी:
अतुल भगवान पराते: पिता भगवान मारूति पाटिल, उम्र 25 साल, निवासी नागपुर (महाराष्ट्र)।
विक्रांत रंगारे: पिता रोहित कुमार रंगारे, उम्र 29 साल, निवासी भिलाई, जिला दुर्ग।
अंशुल रेड्डी: पिता एसीबी रेड्डी, उम्र 28 साल, निवासी भिलाई, जिला दुर्ग। देवेन्द्र कुमार विशाल उर्फ टिंकू: पिता दीवाकर विशाल, उम्र 30 साल, निवासी भिलाई, जिला दुर्ग। कुशल ठाकुर: पिता विजय ठाकुर, उम्र 26 साल, निवासी भिलाई, जिला दुर्ग।कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मी:निरीक्षक यामन कुमार देवांगन, प्रभारी परेश पाण्डेय, उपनिरीक्षक मुकेश सोरी, सउनि प्रेमराज बारिक, किशोर सेठ, प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, कृपासिंधु पटेल, वीरेन्द्र भार्गव, प्रेमराज बारिक, आर. सुरेश देशमुख, केशव सिन्हा, अविनाश देवांगन, मुनीर रजा, तुकेश निषाद, अभिषेक सिंह तोमर, और नितेश राजपूत।रायपुर पुलिस द्वारा यह सफलता आपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध उनकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का परिणाम है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।