शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा की न्यायिक हिरासत कोर्ट ने बढ़ा दी है। अब अनिल टुटेजा 24 अप्रैल तक जेल में ही रहेंगे।
पीएमएलए कोर्ट के स्पेशल जज दो दिनों की छुट्टी पर हैं। ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी के बाद रिमांड के लिए 21 अप्रैल को कोर्ट में ही पेश किया था। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए पूर्व आईएएस को एक दिन के लिए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था। सोमवार को फिर से ईडी रिमांड को लेकर अनिल टुटेजा को कोर्ट में पेश होना था। जेल प्रबंधन ने सुरक्षा में पर्याप्त बल नहीं होने का हवाला देते हुए कोर्ट नहीं लाने की असमर्थता जताई थी।
इसके बाद कोर्ट की सुनवाई में पूर्व आईएएस वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जेल से ही पेश हुए। चूंकि पीएमएलए कोर्ट के स्पेशल जज छुट्टी पर हैं। जिसके चलते डिस्ट्रिक जज ने फैसला सुनाते हुए दो दिनों की न्यायिक रिमांड बढ़ा दी। अब ED रिमांड को लेकर अगली सुनवाई 24 अप्रैल को होगी।
20 अप्रैल को एक नाटकीय घटनाक्रम में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को ईडी के अफसर अपने साथ ले गए। दोनों पिता-पुत्र ईओडब्लू के समंस पर पूछताछ के सिलसिले में कल सुबह ईओडब्लू मुख्यालय पहुंचे थे। अफसरों का कहना है कि ईडी के अफसर जब मुख्यालय पहुंचे तो पूछताछ पूरी हो चुकी थी। ईओडब्लू की पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारी अनिल टुटेजा और यश टुटेजा को अपने साथ गाड़ी में बिठाकर ले गई।
बता दें, 20 अप्रैल की सुबह पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा बयान देने ईओडब्लू पहुंचे थे। सूत्रों के अनुसार टुटेजा को इससे पहले तीन बार पूछताछ के लिए समंस दिया गया था। इसके बाद शनिवार को बयान देने वे ईओडब्लू मुख्यालय पहुंचे। एडिशनल एसपी की टीम टुटेजा से पूछताछ की।
हालांकि, अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को सुप्रीम कोर्ट से नो कोरोसिव एक्शन का आदेश है। मगर सुप्रीम कोर्ट द्वारा केस खारिज करने के बाद ईडी ने फिर से शराब घोटाले में एफआईआर दर्ज कर लिया है। उधर, ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर छत्तीसगढ़ की ईओडब्लू ने भी केस दर्ज किया है। इसी मामले में ईओडब्लू ने तीन बड़ी गिरफ्तारियां की है।