राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी सौम्या दीदी ने कहा कि विद्यार्थी जीवन हमारी जिन्दगी का सबसे सुनहरा समय होता है। इसलिए एक-एक सेकण्ड का सदुपयोग अपने भविष्य को संवारने के लिए करना चाहिए। समय का सदुपयोग करने वाला व्यक्ति ही जीवन में सफल होता है।
ब्रह्माकुमारी सौम्या दीदी आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा चौबे कालोनी में आयोजित समर कैम्प में समय प्रबन्धन कला (टाईम मैनेजमेन्ट) विषय पर बच्चों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने बच्चों को सुझाव देते हुए कहा कि अपने कार्यों को तीन भागों में बांट लेना चाहिए। अतिआवश्यक, आवश्यक और शेष बचे हुए कार्य। सबसे पहले अतिआवश्यक कार्य को पूरा करें। फिर आवश्यक और उसके बाद शेष रहे हुए कार्यों को निपटाना चाहिए।
उन्होंने आगे बतलाया कि समय के महत्व को समझने वाले व्यक्ति का जीवन मूल्यवान बन जाता है। समय को टेलीविजन देखने और मोबाईल में गेम खेलने में व्यतीत करना वास्तव में समय को बर्बाद करना है। जो महान लोग होते है वह अपने एक-एक मिनट का हिसाब रखते हैं। उसे सफल करने के लिए अपनी दिनचर्या बनाते हैं। इससे उनका जीवन सुव्यवस्थित हो जाता है।
ब्रह्माकुमारी सौम्या दीदी ने बच्चों को भी अपने समय का सही उपयोग करने के लिए प्रतिदिन की दिनचर्या बनाने का सुझाव दिया और कहा कि हमें हरेक कार्य का समय निश्चित कर लेना चाहिए। ताकि हमें पता रहे कि कब पढऩा है और कब खेलना तथा कितनी देर तक खेलना है। पढऩे के लिए सुबह का समय बहुत अच्छा होता है। क्योंकि उस समय हमारा दिमाग पूरी तरह से ताजगी से भरा (फ्रेश) होता है। इसलिए सुबह का पढ़ा हुआ विषय हमें अच्छी तरह से याद रहता है। इसके बाद सुबह के पढ़े हुए चेप्टर को सारे दिन में जब भी समय मिले दोहराने का अभ्यास करना चाहिए।