खंडवा– जिला अस्पताल के लेडी बटलर मे एक बड़ी लापरवाही सामने आई जिसमे नवाजत बच्चे को बदलने से दो परिवारों ने एक ही दिन ख़ुशी और गम का सामना करना पड़ा। घटना जिला अस्पताल के लेडी बटलर में शनिवार शाम मनीषा पत्नी विजय वर्मा को मृत बच्चा नाम की गफलत में सौप दिया गया। उनका जीवित बच्चा अन्य को दे दिया।
ऐसे हुई चूक एक ही दिन समान नाम की दो महिलाओं का प्रसव जिला अस्पताल में हुआ था। जिसमें पहला प्रसव मनीषा पत्नी विजय छैगांव माखन क्षेत्र के एक गाँव की महिला का 14 फरवरी को सुबह दस बजे हुआ। वहीं इसी दिन 11 बजकर 16 मिनट पर खंडवा की महिला मनीषा ने एक बालक को जन्म दिया।
जिसका वजन तीन किलो ग्राम था दोनों बच्चे कमजोर होने की वजह से इन्हें आईसीयू में रखा गया था। जिसमें शनिवार एक बच्चे की मौत हो गई। तब शहर वाली महिला का जीवित बच्चा गाँव वाली महिला को देकर अस्पताल प्रशासन ने एक बड़ी लापरवाही कर दी ।
ऐसे हुआ खुलासा…
जीवित बालक के स्वजन जब मृत बच्चे का शव लेने आये तो उसका वजन देखकर उन्हें बड़ी हैरानी हुई क्योंकि उनका बालक तीन किलो ग्राम जन्मा था और इस बच्चे का वजन मात्र डेढ़ किलो के करीब था इस बात को लेकर बालक के पिता विजय वर्मा के साथ काफी लोग अस्पताल मे एकत्रित होकर आक्रोश जताने लगे।
इस बीच पुलिस और सिविल सर्जन भी मौके पर पहुंचे मामले की छानबीन की तो पता चला की इनका बच्चा अन्य को सौंपा गया अस्पताल प्रशासन ने तत्काल जीवित बच्चे को लेने एम्बुलेंस गाँव भेजी और वह बच्चा वापस लाकर इन्हें सौंपा.
अस्पताल की लापरवाही मे मातम में बदली खुशी
अस्पताल की लापरवाही के चलते दोनों परिवार ने एक ही दिन में ख़ुशी और मातम देखा जीवित बच्चे के माता पिता ने पहले मातम मनाया तो वहीं मृत बच्चे के माता पिता ने पहले ख़ुशी मनाई अब उनके घर मातम पसर गया है। दोनों पक्ष इस घटना के लिए अस्पताल स्टाफ को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।