खराब, ठंडा, विषाक्त हुए नाश्ता-भोजन नहीं खाएं : सीएमएचओ

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सारंगढ़ बिलाईगढ़– जिले में पिछले दिनों हुए दशगात्र कार्यक्रम में परोसे गए विषाक्त भोज के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अवधेश पाणिग्राही ने भीषण गर्मी एवं गर्मी से भोज्य पदार्थों पर पड़ने वाली प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अपील जारी करते हुए कहा कि बहुत देर तक पके हुए, जो कि ठंडा या विषाक्त हो चुका है। ऐसे नाश्ता या भोजन को नहीं खाएं।

पके हुए भोज्य पदार्थ बहुत ही जल्दी खराब होकर नमीदार हो जाती है, जो जीवाणुओं के पनपने हेतु अनुकूल वातावरण निर्मित करते हैं। ऐसे भोजन के सेवन से आहार विषाक्तता एवं आमाशयिक आंत्र शोध (गैस्ट्रोएंटायटिस) होने की प्रबल संभावना रहती है।

आहार विषाक्तता व आमाशयिक अंतर शोध होने से लोगों में तीव्र उल्टी एवं दस्त के लक्षण प्रकट होती है, जिससे शरीर में तेजी से शारीरिक इलेक्ट्रोलाइट व माइक्रोन्यूट्रीएंट की कमी हो जाती है। इस बीमारी से कई बार लोगों को हॉस्पिटलाइज भी करना पड़ता है। यह बीमारी संक्रमित व्यक्तियों के मल पर मक्खियों के बैठने पश्चात भोज्य पदार्थ एवं जल स्रोतों के संक्रमित होने से समुदाय में संक्रमण तेजी से फैलता है।

डॉ पाणिग्राही ने लोगों से अपील की है, कि गर्मी के दिनों में लोगों को केवल ताजे भोज्य पदार्थों का ही सेवन करना चाहिए। बासी भोजन रखने वाले, स्वच्छता के अभाव वाले फूड सेंटर्स में खाने-पीने बचना चाहिये तथा यथासंभव सामूहिक भोज से भी बचना चाहिए ताकि व्यापक स्तर पर होने वाली आहार विषाक्त एवं आमाशयिक आंत्र शोध जैसे स्थिति से बची जा सके।

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