बीजापुर– गर्मी का मौसम आते ही आग लगने की खबरे आम हो जाती है, आये दिन आग लगने से जान माल के नुक्सान की खबरें सुनने को मिलती है, वहीं एक और मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर से सामने आया है, यहां देर रात सरकारी आवासीय गर्ल्स पोर्टा केबिन में भीषण आग लग गई। वहां मौजूद 305 बच्चियों को रेस्क्यू किया गया। इस दौरान आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही घंटों में पूरा पोर्टाकेबिन जलकर खाक हो गया। बताया जा रहा है कि इस घटना में एक बच्ची की मौत हो गई है।
आग पर काबू पाने का काम शुरू किया गया और बच्चियों को बचाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। इसी कैंपस में एक चार साल की बच्ची लिप्सा भी चार दिनों से अपनी बुआ मंजुला के साथ वहां रुकी हुई थी, इस आगजनी में लिप्सा की मौत हो गई। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। वहीं, मामले की जानकारी लगने के बाद से आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची है।
बीआरसी ने बताया कि आगजनी से पोर्टा केबिन में रखा एक महीने का बच्चों का राशन और ओढ़ने-बिछाने के कपड़े पूरी तरह से जलकर राख हो गए हैं। करीब 2 लाख रुपये का राशन वहां रखा हुआ था।
4 साल की बच्ची की मौत
छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आवापल्ली पुलिस थाना क्षेत्र के चिंताकोंटा गांव में लड़कियों के लिए पोर्टा केबिन (पूर्वनिर्मित पोर्टेबल संरचना) स्कूल में बुधवार देर रात आग लग गई थी। मृतक बच्ची स्कूल की छात्रा नहीं थी।
अधिकारी ने कहा कि वह पिछले कुछ दिनों से अपनी बड़ी बहन के साथ रह रही थी, जो स्कूल की छात्रा है। पोर्टा केबिन के कर्मचारियों और स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से सभी 380 छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि बाद में पता चला कि एक छात्रा की छोटी बहन गायब है। बाद में पता चला कि झुलसने से उसकी मौत हो गई।